कोरबा: गुरुवार रात रेत खदान में फिर से दो गुट आपस में भिड़ गए. जिसमें से एक गुट लंबे समय से बरमपुर क्षेत्र में रेत उत्खनन के लिए चर्चा में रहे कादिर खान का है, तो दूसरा गुट छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारियों का है. क्रांति सेना का आरोप है कि पुलिस के संरक्षण में रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है, जबकि पुलिस ने आरोपों को नकारते हुए कहा है कि क्रांति सेना के सदस्य ट्रैक्टर की खाली ट्रॉली को रुकवाकर जबरन पूछताछ कर रहे थे, जिसके कारण विवाद हुआ है. पुलिस ने बताया कि दोनों गुटों की ओर से शिकायत मिली है, जिसकी जांच की जा रही है.
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बीती रात का है मामला
गुरुवार रात छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के जिला उपाध्यक्ष रणवीर आदिले बरमपुर पहुंचे थे. रणवीर का कहना है कि उन्होंने अवैध रेत उत्खनन की सूचना टास्क फोर्स के प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन को फोन करके दी थी. बता दें कि अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है. रणवीर आदिले ने कहा कि डिप्टी कलेक्टर देवांगन के निर्देश पर ही वे अवैध रेत उत्खनन की जानकारी लेने रेत घाट गए थे. इतने में वहां अवैध उत्खनन में संलिप्त कादिर खान और सुनील गुप्ता नाम के व्यक्ति ने मारपीट की.
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का आरोप है कि पुलिस के संरक्षण में बरमपुर क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. अब रेत माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि वह मारपीट करने से भी नहीं हिचक रहे हैं. जिलाध्यक्ष अतुल दास महंत का कहना है कि हमारे पदाधिकारी सिर्फ उत्खनन देखने गए थे, लेकिन इतने में ही उन पर रेत माफियाओं ने बुरी तरह से हमला कर दिया.
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आरोप निराधार, खाली ट्रॉली गुजर रही थी
सर्वमंगला पुलिस चौकी के प्रभारी पुहुप राम साहू का कहना है कि बीती रात पुरानी बस्ती निवासी रणवीर आदिले और उनके साथी गेरवा घाट पुल से गुजर रहे थे. ट्रैक्टर की खाली ट्रॉली को रुकवाकर वे जबरन उनसे पूछताछ करने लगे और आरोप लगाया कि यहां अवैध रेत उत्खनन हो रहा है. इसी बात पर धक्कामुक्की हुई है. दोनों ओर से शिकायतें मिली हैं. फिलहाल जांच जारी है.