कोरबा: लॉकडाउन 3.0 में राज्य शासन ने मदिरा दुकानों के संचालन को अनुमति प्रदान की है, जिसका नतीजा यह हुआ कि शराब दुकान खुलने के साथ ही मदिरा प्रेमी दुकानों पर टूट पड़े. दुकानों में अनियंत्रित भीड़ जमा हो गई, जिसे संभालना आबकारी और पुलिस विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हुआ. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं. कोरबा जिला पहले हॉटस्पॉट और रेड जोन में शामिल था. कुछ दिन पहले ही जिले को ऑरेंज जोन में रखा गया है.
सोमवार को जिले की शराब दुकानों का संचालन शुरू हुआ. राज्य शासन के निर्देशों के मुताबिक दुकानें सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुली रहेंगी. एक व्यक्ति को देसी या विदेशी 2 बोतल शराब देने करने का नियम है. कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत दुकानों का संचालन किया जा रहा है. कोरबा जिले में कुल 35 शराब दुकानें हैं, जिनमें से 25 दुकानों से ही बिक्री की अनुमति है. जिले के कुल 19 देसी शराब की दुकानों में से 5 दुकानें बंद रहीं और 14 दुकानें खुलीं. इसी तरह विदेशी शराब की कुल 18 दुकानों में से 11 दुकानों से शराब की बिक्री की शुरुआत हुई, जबकि 7 दुकानें बंद रहीं.
ऐसा लग रहा है हमारा त्योहार है- मदिरा प्रेमी
ईटीवी भारत ने शहर के समीप स्थित सर्वमंगला नगर की देशी-विदेशी शराब दुकान का जायजा लिया. यहां लोगों की अनियंत्रित भीड़ जमा हो गई थी, जिसे संभालने में पुलिस और आबकारी विभाग नाकाम साबित हो रहे थे. सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही थीं. लोगों को कोरोना संक्रमण के फैलने की बिल्कुल भी परवाह नहीं थी. कुछ लोगों ने बड़े अटपटे जवाब दिए. एक मदिरा प्रेमी ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे आज हमारा त्योहार है.
इन इलाकों की शराब दुकानें बंद
जिला प्रशासन ने फिलहाल शहर के टीपी नगर, बाकीमोंगरा, दीपका, कटघोरा और आईटीआई रामपुर की 5 देशी शराब की दुकानों को बंद रखा है. इसी तरह अंग्रेजी शराब दुकानों में से टीपी नगर, बांकीमोंगरा, दीपका, कटघोरा, गेवरा, निहारिका और प्रीमियम शॉप निहारिका की विदेशी शराब की दुकानें भी फिलहाल बंद हैं.