कोरबा: शहर के रामपुर चौकी में पदस्थ आरक्षक अनिरुद्ध केरकेट्टा के साथ हुई गाली-गलौज और मारपीट के बाद पुलिस ने आखिरकार मामला दर्ज कर लिया (Korba police constable assault case) है. अनिरुद्ध बतौर आरक्षक रामपुर चौकी में पदस्थ हैं. जो कि बीते 9 फरवरी की शाम को खरीदारी करने निहारिका क्षेत्र में गये थे. इस दौरान आरक्षक के साथ मारपीट की गई थी. अनिरुद्ध तभी से अपनी ही चौकी में मामला दर्ज करवाने के लिए भटक रहे थे.
पुलिस वाले उसकी गुहार नहीं सुन रहे थे. इस मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रसारित किया (ETV Bharat news impact) था. जिसका असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. अब पुलिस ने मामले में आरक्षक का एफआईआर दर्ज कर लिया है. हालांकि विरोधियों की शिकायत पर अनिरुद्ध के विरुद्ध भी केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने इस मामले में काउंटर केस दर्ज किया है.
दोनो पक्षों की शिकायतों पर दर्ज हुआ मामला
इस मामले में पुलिस ने काउंटर केस दर्ज किया है. रामपुर चौकी में पदस्थ आरक्षक अनिरुद्ध केरकेट्टा की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट और गाली-गलौज करने के लिए आईपीसी की धारा 294, 323, 34, 341 और 506 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है. जिसमें संजय कुमार, मनोज सिंह और एक अन्य साथी को आरोपी बनाया गया है. शिकायत में अनिरुद्ध ने पुलिस को बताया कि 9 फरवरी को वह शाम को ड्यूटी खत्म करने के बाद सामान लेने के लिए निहारिका की तरफ गया था. निहारिका टॉकीज के पास पहुंचने पर दो मोटरसाइकिल में सवार चार व्यक्ति वहां पहुंचे, जो कि शराब के नशे में थे. जिन्होंने आरक्षक के साथ गाली-गलौज कर मारपीट की घटना को अंजाम दिया.
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अनिरुद्ध के विरुद्ध भी मामला दर्ज
अनिरुद्ध ने जिन लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है. उनमें से एक संजय कुमार चौहान की शिकायत पर आरक्षक अनिरुद्ध के विरुद्ध भी रामपुर चौकी में 294, 323 और 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. संजय चौहान ने आरक्षक अनिरुद्ध पर आरोप लगाया है कि उसके द्वारा 9 फरवरी की शाम को 9 बजे गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई है.
घटना के 4 दिन बाद दर्ज हुआ मामला
घटना 9 फरवरी की है. अनिरुद्ध ने तभी इसकी शिकायत अपनी चौकी में दर्ज करा दी थी. आरक्षक के पद पर पदस्थ रहते हुए भी अनिरुद्ध की शिकायत की कोई सुनवाई नहीं हुई. मीडिया में खबर आने और विभाग की किरकिरी होने के बाद उसकी शिकायत पर 15 फरवरी को दर्ज की गई है. अब पुलिस अपने ही आरक्षक की शिकायत लेने में 5 से 6 दिन का समय लगा देती है. अनिरुद्ध ने जिन पर मारपीट का आरोप लगाया था, उन आरोपियों के द्वारा एक महिला को सामने लाकर छेड़छाड़ की शिकायत भी की थी. लेकिन बाद में आरोपियों ने छेड़छाड़ के मामले के बजाय मारपीट की शिकायत की. पुलिस ने दोनों पक्षों के विरुद्ध काउंटर केस दर्ज किया है. अब जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक यह मामला ऐसे ही लटका रहेगा. किसी भी पक्ष पर ठोस कार्रवाई नहीं हो सकती. पुलिसिया जांच के बाद चार्जशीट के आधार पर मामले का निपटारा अब सीधे न्यायालय में ही होगा.