कोरबा: चुनाव जीतने के बाद जिला पंचायत सदस्य पहली बार सामान्य सभा की बैठक में शामिल हुए. कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सामान्य सभा की बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें जनपद स्तर के अध्यक्ष और सीईओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े. सांसद ज्योत्सना महंत भी कुछ समय के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुईं. बैठक में सभी निर्वाचित सदस्यों की नाराजगी खुलकर सामने आई. जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर ने कहा कि बैठक में अफसरों ने पूरी जानकारी नहीं दी. वह आधी-अधूरी जानकारी के साथ बैठक में आते हैं.
जिला पंचायत की पहली सामान्य सभा की बैठक में कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर, पालीतानाखार विधायक मोहित केरकेट्टा भी पहुंचे थे. जिनकी मौजूदगी से बैठक हाईप्रोफाइल हो गई. बैठक में पांच विभागों की समीक्षा की गई. जिसमें कृषि, महिला एवं बाल विकास विभाग, वन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बैठक में मौजूद थे. बैठक में एजेंडावार विभागों की समीक्षा की गई. जिला और जनपद स्तर के ज्यादातर सदस्यों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि एजेंडा सहित विभागीय जानकारी से उन्हें पहले अवगत नहीं कराया गया. जिससे कि वह कई सवाल नहीं कर पाए.
6 महीने बाद भी नहीं हुई तखतपुर नगर पालिका की बैठक, भाजयुमो ने CMO को सौंपा ज्ञापन
भंग होंगे महिला बाल विकास के समूह
बैठक में मौजूद दोनों विधायकों के साथ ही सभी सदस्यों ने खास तौर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के कामकाज को लेकर खासी नाराजगी जाहिर की. विधायक मोहित केरकेट्टा ने यहां तक कह डाला कि महिला बाल विकास के अंतर्गत आने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में ठेकेदारी प्रथा हावी है. पूरक पोषण आहार प्रदान करने वाले समूह केवल एक मोहरा हैं. इनकी आड़ में ठेकेदार घटिया क्वालिटी के रेडी टू इट सप्लाई कर रहे हैं. विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने कहा कि सभी समूह को भंग करके नए सिरे से समूह से अनुबंध करने को कहा गया है.
वन विभाग के कार्यों में भी असंतोष
वन विभाग के कार्यों के साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यों के प्रति भी सदस्यों और विधायकों ने असंतोष जाहिर किया. दरअसल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने अपने अधीन कार्यरत एसडीओ को बैठक में भेज दिया था. जिससे सदस्य नाराज हुए. सभी अफसरों को अगली बार पूरी जानकारी के साथ उपस्थित होने को कहा गया.