कोरबा: कोरबा में छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी हसदेव नदी के तट पर सोमवार को देव दीपावली के मौके पर महाआरती की गई. गंगा नदी की तर्ज पर जिस तरह बनारस में गंगा आरती की जाती है, ठीक उसी तरह हसदेव नदी के तट पर भी सोमवार को गंगा आरती की गई. कोरबा में हिंदू क्रांति सेना ने हसदेव नदी के तट पर महाआरती का आयोजन किया. इस दौरान हजारों लोगों की भीड़ देखने को मिली.
बनारस के पंडितों ने किया महाआरती: जिले के सर्वमंगला मंदिर के तट पर इस भव्य आयोजन की शुरुआत हुई. देर शाम शुरू हुई आरती देर रात तक चलती रही. जिले भर के लोग बड़ी तादात में यहां पहुंचे. इस महाआरती के लिए खास तौर पर बनारस से 11 ब्राह्मणों को बुलाया गया था. साउंड और लाइटिंग ने नदी के दोनों ओर समा बांध दिया. सर्वमंगला मंदिर के पास हसदेव के तट पर 51 लीटर दूध से अभिषेक किया गया. 51 मीटर लंबी चुनरी चढ़ाकर जीवनदायीनी हसदेव का श्रृंगार भी किया गया. इस दौरान नदी के तट पर 51000 दीप जलाए गए. इसके साथ ही 2100 दीपों को नदी में प्रवाहित किया गया. महाआरती के लिए बनारस से पंडितों को बुलाया गया था.
हम 2 साल से लगातार हसदेव के तट पर महाआरती का आयोजन कर रहे हैं. जिस तरह से बनारस में गंगा आरती की जाती है, ठीक उसी तरह हमने कोरबा में यह आयोजन किया है. बनारस से हम पंडित बुलाकर महाआरती करते हैं. हजारों लोगों की भीड़ यहां उमड़ती है. -राहुल चौधरी, जिला अध्यक्ष, हिंदू क्रांति सेवा
जिले भर से आए हजारों लोग: हसदेव नदी के तट पर महाआरती देखने के लिए जिले भर हजारो लोग यहां पहुंचे. नदी के दोनों तरफ लोगों का हुजूम देखते ही बन रहा था. कई लोगों ने इस खास पल को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया. हिंदू क्रांति सेना ने 30000 लोगों के शामिल होने की संभावना जताई थी. इस दौरान भव्य आतिशबाजी, साउंड, लाइट शो, लेजर लाइट शो के साथ ही भजन संध्या व पुष्प वर्षा के साथ झांकी का भी आयोजन रखा गया था. शाम को हुई आरती और शंखनाद ने लोगों का मन मोह लिया.