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कोरबा: PDS में धांधली, मनमाने दाम और तय सीमा से भी कम दिया जा रहा अनाज

कोरबा के ग्रामीणों ने कुदुरमाल PDS दुकान से मिलने वाली राशन को लेकर रोशनी स्व-सहायता समूह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि संचालक समूह में हेरा फेरी कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार से तय सीमा से भी कम राशन उन्हें दिया जा रहा है.

Villagers accuse Kudurmal PDS shop operator
स्व सहायता समूह पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
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Published : Sep 16, 2020, 5:32 PM IST

Updated : Sep 16, 2020, 8:47 PM IST

कोरबा: कुदुरमाल पंचायत में PDS (जन वितरण प्रणाली) की दुकान पर अनियमितता का आरोप है. ग्रामीणों ने आरोप लगाए हैं कि यहां संचालित उचित मूल्य की दुकान से ग्रामीणों को पर्याप्त अनाज नहीं दिया जा रहा है. इसके अलावा तय रेट से अधिक मूल्य वसूल किया जा रहा है.

पढ़ें: चिटफंड कंपनी के निवेशकों का धरना प्रदर्शन, कहा- कंपनी के खिलाफ हो कार्रवाई, नहीं तो घेरेंगे सीएम हाउस

यहां के ग्रामीणों से जन वितरण प्रणाली में मिलने वाले राशन और आपूर्ति विभाग की कई खामियां निकल कर सामने आई है. आलम यह है कि अधिकारियों की मिलीभगत से डीलरों का हौसला चरम पर है. गरीब वंचित परिवारों का खुलेआम शोषण हो रहा है. गांव की महिलाओं ने बताया कि लोगों को बांटने के लिए बोनस चावल आया है, जिसमें सोसायटी संचालक रोशनी स्व-सहायता समूह हेरा-फेरी कर रही है.

तय सीमा से भी कम दिया जा रहा अनाज

हितग्राहियों में किसी को 5 किलोग्राम तो किसी को 10 किलोग्राम अनाज दिया जा रहा है. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि सहकारी दुकान में मिलने वाले शक्कर का दाम 17 रुपए है. जबकि सोसायटी संचालक 20 रुपए के हिसाब से चीनी बेच रहे हैं. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि सोसायटी सही समय पर नहीं खुलता इसलिए और ज्यादा समस्या होती है. रोशनी स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष ने कैमरे के सामने बोलने से साफ मना कर दिया है. खाद्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर हरीश सोनसरी ने कहा कि कुदुरमाल के शासकीय उचित मूल्य दुकान की जांच की जाएगी. आरोप सही पाए जाने पर सोसायटी संचालकों के ऊपर उचित कार्रवाई भी की जाएगी.

कोरबा: कुदुरमाल पंचायत में PDS (जन वितरण प्रणाली) की दुकान पर अनियमितता का आरोप है. ग्रामीणों ने आरोप लगाए हैं कि यहां संचालित उचित मूल्य की दुकान से ग्रामीणों को पर्याप्त अनाज नहीं दिया जा रहा है. इसके अलावा तय रेट से अधिक मूल्य वसूल किया जा रहा है.

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यहां के ग्रामीणों से जन वितरण प्रणाली में मिलने वाले राशन और आपूर्ति विभाग की कई खामियां निकल कर सामने आई है. आलम यह है कि अधिकारियों की मिलीभगत से डीलरों का हौसला चरम पर है. गरीब वंचित परिवारों का खुलेआम शोषण हो रहा है. गांव की महिलाओं ने बताया कि लोगों को बांटने के लिए बोनस चावल आया है, जिसमें सोसायटी संचालक रोशनी स्व-सहायता समूह हेरा-फेरी कर रही है.

तय सीमा से भी कम दिया जा रहा अनाज

हितग्राहियों में किसी को 5 किलोग्राम तो किसी को 10 किलोग्राम अनाज दिया जा रहा है. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि सहकारी दुकान में मिलने वाले शक्कर का दाम 17 रुपए है. जबकि सोसायटी संचालक 20 रुपए के हिसाब से चीनी बेच रहे हैं. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि सोसायटी सही समय पर नहीं खुलता इसलिए और ज्यादा समस्या होती है. रोशनी स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष ने कैमरे के सामने बोलने से साफ मना कर दिया है. खाद्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर हरीश सोनसरी ने कहा कि कुदुरमाल के शासकीय उचित मूल्य दुकान की जांच की जाएगी. आरोप सही पाए जाने पर सोसायटी संचालकों के ऊपर उचित कार्रवाई भी की जाएगी.

Last Updated : Sep 16, 2020, 8:47 PM IST
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