ETV Bharat / state

कोरबा में सोशल डिस्टेंसिंग भूलना पड़ा भारी, कोरोना संक्रमण ने पकड़ी रफ्तार

त्योहारी सीजन (Festive season) में सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के साथ लोग मास्क (Mask) भी नहीं पहन रहे हैं. जिसके कारण एक बार फिर कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. कोरबा (Korba) जिला संक्रमण के मामले में तीसरे नंबर पर है.

People had to forget social distancing
लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग भूलना पड़ा भारी
author img

By

Published : Oct 30, 2021, 12:00 PM IST

Updated : Oct 30, 2021, 12:09 PM IST

कोरबाः त्योहारी सीजन (Festive season) के कारण लोग सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के साथ-साथ कोरोना प्रोटोकॉल (Corona protocol) की अनदेखी कर रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) ने रफ्तार पकड़ ली है. कोरबा (Korba) में लगातार कोरोना (Covid-19) के मामलों में बढ़ोतरी ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में कलेक्टर रानू साहू (Collector Ranu Sahu) ने एक बैठक लेकर कांटेक्ट ट्रेसिंग (contact tracing) और समीक्षा की थी. कोरबा जिला एक्टिव केस (Active case) के मामले में प्रदेश के तीसरे स्थान पर है. सबसे अधिक मामले दुर्ग (Durg) में है. जिसके बाद रायपुर (Raipur) दूसरे स्थान पर है.

कोरोना संक्रमण ने पकड़ी रफ्तार

जिले में एक्टिव केस के मामले सिर्फ 34 हैं. हालांकि नए वेरिएंट की चर्चा भी शुरू हो गई है. जिसके बाद अब चौकन्ना रहने की जरूरत है. त्योहारी सीजन में लोग लापरवाही से न सिर्फ खरीदारी कर रहे हैं, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग भी पूरी तरह से भूल चुके हैं. भीड़-भाड़ वाले स्थान पर भी ज्यादातर लोगों के चेहरे से मास्क गायब है. जो कि आने वाले समय में कोरोना विस्फोट का कारण हो सकता है.

शाम होते ही उमड़ रही भीड़

शहर का निहारिका क्षेत्र हो या फिर पावर हाउस रोड, टीपी नगर या फिर उपनगरीय क्षेत्र शाम होते ही लोग बड़ी तादाद में खरीदारी करने निकल रहे हैं. साप्ताहिक बाजारों का भी यही हाल है. कुछ समय पहले तक मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जो कड़ाई थी. अब वह ढीली पड़ती दिख रही है. सड़क पर निकले ज्यादातर लोगों के चेहरों से मास्क पूरी तरह से गायब है.

टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर दिया जोर

कोरोना के बढ़ते मामलों पर हाल ही में कलेक्टर ने बैठक लेकर कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए टेस्टिंग और पॉजिटिव मरीजों के कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया है. साथ ही तेजी से वेक्सिनेशन की रणनीति पर अमल करने के निर्देश दिए गए हैं. कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन पर भी प्रशासन का फोकस है. वहीं, जिले में कोरोना मरीजों की पहचान के लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं.

प्रदेश में शुक्रवार को मिले 28 नए कोरोना केस , 5 जिलों में एक्टिव मरीज जीरो

दूसरा डोज लेने नहीं आ रहे हैं लोग

जिले में 18 वर्ष से अधिक की आयु वर्ग के लोग की अनुमानित संख्या 9 लाख से अधिक है. जिनमें अब तक 6 लाख 23 हजार 908 लोगों को टीके का पहला डोज लग चुका है. वहीं दूसरे डोज लेने वालों की संख्या बेहद कम है. दूसरा डोज केवल 2 लाख 78 हजार 555 लोगों को ही लगाया जा सका है. यह भी स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का एक बड़ा कारण माना जा रहा है.

फैक्ट फाइल

  • टोटल केस:54840
  • होम आइसोलेशन पूरा किया: 49181
  • टोटल रिकवरी: 54226
  • वर्तमान एक्टिव केस: 34
  • एक्टिव मामलों में प्रदेश में स्थान: 3
  • पहला डोज लगा: 6 लाख 23 हजार 908
  • दूसरा डोज लगा: 2 लाख 78 हजार 555

कोरबाः त्योहारी सीजन (Festive season) के कारण लोग सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के साथ-साथ कोरोना प्रोटोकॉल (Corona protocol) की अनदेखी कर रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) ने रफ्तार पकड़ ली है. कोरबा (Korba) में लगातार कोरोना (Covid-19) के मामलों में बढ़ोतरी ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में कलेक्टर रानू साहू (Collector Ranu Sahu) ने एक बैठक लेकर कांटेक्ट ट्रेसिंग (contact tracing) और समीक्षा की थी. कोरबा जिला एक्टिव केस (Active case) के मामले में प्रदेश के तीसरे स्थान पर है. सबसे अधिक मामले दुर्ग (Durg) में है. जिसके बाद रायपुर (Raipur) दूसरे स्थान पर है.

कोरोना संक्रमण ने पकड़ी रफ्तार

जिले में एक्टिव केस के मामले सिर्फ 34 हैं. हालांकि नए वेरिएंट की चर्चा भी शुरू हो गई है. जिसके बाद अब चौकन्ना रहने की जरूरत है. त्योहारी सीजन में लोग लापरवाही से न सिर्फ खरीदारी कर रहे हैं, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग भी पूरी तरह से भूल चुके हैं. भीड़-भाड़ वाले स्थान पर भी ज्यादातर लोगों के चेहरे से मास्क गायब है. जो कि आने वाले समय में कोरोना विस्फोट का कारण हो सकता है.

शाम होते ही उमड़ रही भीड़

शहर का निहारिका क्षेत्र हो या फिर पावर हाउस रोड, टीपी नगर या फिर उपनगरीय क्षेत्र शाम होते ही लोग बड़ी तादाद में खरीदारी करने निकल रहे हैं. साप्ताहिक बाजारों का भी यही हाल है. कुछ समय पहले तक मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जो कड़ाई थी. अब वह ढीली पड़ती दिख रही है. सड़क पर निकले ज्यादातर लोगों के चेहरों से मास्क पूरी तरह से गायब है.

टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर दिया जोर

कोरोना के बढ़ते मामलों पर हाल ही में कलेक्टर ने बैठक लेकर कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए टेस्टिंग और पॉजिटिव मरीजों के कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया है. साथ ही तेजी से वेक्सिनेशन की रणनीति पर अमल करने के निर्देश दिए गए हैं. कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन पर भी प्रशासन का फोकस है. वहीं, जिले में कोरोना मरीजों की पहचान के लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं.

प्रदेश में शुक्रवार को मिले 28 नए कोरोना केस , 5 जिलों में एक्टिव मरीज जीरो

दूसरा डोज लेने नहीं आ रहे हैं लोग

जिले में 18 वर्ष से अधिक की आयु वर्ग के लोग की अनुमानित संख्या 9 लाख से अधिक है. जिनमें अब तक 6 लाख 23 हजार 908 लोगों को टीके का पहला डोज लग चुका है. वहीं दूसरे डोज लेने वालों की संख्या बेहद कम है. दूसरा डोज केवल 2 लाख 78 हजार 555 लोगों को ही लगाया जा सका है. यह भी स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का एक बड़ा कारण माना जा रहा है.

फैक्ट फाइल

  • टोटल केस:54840
  • होम आइसोलेशन पूरा किया: 49181
  • टोटल रिकवरी: 54226
  • वर्तमान एक्टिव केस: 34
  • एक्टिव मामलों में प्रदेश में स्थान: 3
  • पहला डोज लगा: 6 लाख 23 हजार 908
  • दूसरा डोज लगा: 2 लाख 78 हजार 555
Last Updated : Oct 30, 2021, 12:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.