कोरबा: बीते कुछ समय से महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में वृद्धि हुई है. छत्तीसगढ़ के साथ कोरबा जिला भी इन परिस्थितियों से अछूता नहीं है. जिसे नियंत्रित करने के लिए अब सरकार एक ठोस कदम उठाने जा रही है. निर्भया फंड से जिले को 33 लाख रुपए मिले हैं. इससे शहर के ऐसे 45 चिन्हांकित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जाएगी जो महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों के लिहाज से संवेदनशील हैं. इस पहल के बाद महिलाएं निर्भय होकर शहर के सभी स्थानों पर आवागमन कर सकेंगी. नगर पालिक निगम और पुलिस मिलकर इस योजना पर काम कर रहे हैं.
33 लाख रुपए होंगे खर्च
इस योजना पर 33 लाख रुपये खर्च होंगे. निगम प्रशासन के अनुसार शहर के ऐसे संवेदनशील स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था चौकस करने की योजना है. इस योजना पर लगभग 33.33 लाख रुपये की राशि खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. योजना के अंतर्गत ऐसे अंधेरे स्थानों पर स्ट्रीट लाइट और कैमरे स्थापित कर निगरानी की जा सकेगी. उम्मीद है कि इस योजना के मूर्त रूप लेने पर महिलाओं की सुरक्षा के बेहतर इंतजाम सुनिश्चित करने की दिशा में मदद मिलेगी.
45 स्थानों का किया गया चयन
नगर निगम के आयुक्त ने शहरी विकास मंत्रालय से प्राप्त निर्देश का पालन करते हुए एएसपी को पत्र लिखा है. शहर के ऐसे 45 संवेदनशील स्थलों का चिन्हांकन कर सूची तैयार की गई है. जिसका प्रस्ताव तैयार कर उसकी स्वीकृति के लिए शहरी विकास मंत्रालय को भेजा गया है. शासन स्तर से हरी झंडी मिलते ही योजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देश पर यह योजना अमृत मिशन में शामिल शहरों के लिए बनाई जा रही है. इस योजना में खर्च होने वाली राशि में केंद्र शासन की ओर से 60 फीसद और शेष 40 फीसद योगदान राज्य शासन की ओर से वहन किया जाएगा.
पिछले वर्ष छेड़छाड़ के 77 मामले दर्ज हुए
वर्ष 2021 में महिलाओं, किशोरियों और युवतियों के खिलाफ शील भंग के 354 मामले दर्ज किए गए. छेड़छाड़ जैसी घटनाओं पर पुलिस ने जिले में कुल 77 मामले दर्ज किए थे. जिले में लगातार महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ता जा रहा है.