कोरबा: प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन को बीजेपी ने स्थगित कर दिया गया है. जबकि छत्तीसगढ़ के 28 में से 27 जिलों में बीजेपी ने 22 जनवरी को धरना देकर प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है. सिर्फ कोरबा ही एक ऐसा जिला है, जहां 22 जनवरी को बीजेपी ने आंदोलन नहीं किया है. इसका कारण 23 जनवरी को होने वाली राम सभा का आयोजन और जिले में ही 7 अलग-अलग स्थानों से निकाली गई रथ यात्रा के स्वागत की तैयारी को बताया जा रहा है.
जिले में 7 जगहों से राम रथ यात्रा निकाली गई है. इन सभी रथ का 23 जनवरी को जिला मुख्यालय में आगमन होगा. पिछले कुछ दिनों से यह सभी रथ जिले के अलग-अलग गांवों का भ्रमण कर लोगों में जागरूकता फैलाने के साथ ही चंदा इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं. 23 जनवरी को रथ यात्रा के आगमन के साथ ही राम सभा का आयोजन भी किया जाना है. इस आयोजन की तैयारी में बीजेपी के पदाधिकारी भी लगे हुए हैं.
विश्व हिंदू परिषद और संघ के अनुरोध पर आंदोलन स्थगित
इस बीच 22 जनवरी को प्रदेश स्तरीय आह्वान पर किसान आंदोलन आड़े आ रहा था. जिसके कारण विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस के पदाधिकारियों ने बीजेपी संगठन से अनुरोध करते हुए कहा कि, 22 जनवरी के आयोजन को फिलहाल स्थगित कर दिया जाए. बीजेपी संगठन ने संघ परिवार और विश्व हिंदू परिषद की बात को मानते हुए जिले में आंदोलन स्थगित कर दिया. अब बीजेपी के जिलाध्यक्ष कह रहे हैं कि बीजेपी आंदोलन से पीछे नहीं हटी है. उन्हें प्रदेश नेतृत्व से निर्देश मिला था. जिसका पालन वह कर रहे हैं.
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29 को होगा आंदोलन
प्रदेश में एक साथ 22 जनवरी को प्रदर्शन किया जा रहा है. लेकिन कोरबा में राम सभा और रथ यात्रा के स्वागत की तैयारी चल रही है. जिसके कारण यह आंदोलन 29 जनवरी को होगा. बीजेपी के जिला संगठन का कहना है कि 29 जनवरी को होने वाले इस आंदोलन में प्रदेश स्तर के कुछ बड़े नेता भी शामिल होंगे.
सिर्फ कोरबा में नहीं हुआ प्रदर्शन
बीजेपी किसान और किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर प्रदेश में भूपेश सरकार का विरोध कर रही है. प्रदेशव्यापी इस आंदोलन में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक बृजमोहन अग्रवाल सहित सभी नेता शामिल हो रहे हैं. बीजेपी का आरोप है कि किसानों से किए गए वादों को कांग्रेस सरकार ने पूरा नहीं किया है. बारदानों की कमी से लेकर, किसानों के रकबा कम करने और किसानों के साथ छल करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने पिछले 13 जनवरी को विधानसभा स्तर पर धरना दिया था.