कोरबा: जिले को बिलासपुर से जोड़ने वाली पाली की मुख्य सड़क दो साल से बदहाल पड़ी हुई है. सड़क की समस्या पाली के लिए परेशानी बन चुकी है. भारी वाहनों के आवागमन की वजह से यहां रोज गाड़ियों की लंबी लाइनें लगती हैं. पिछले दो सालों से इस सड़क के यही हालात है, जिसपर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है. बुधवार को यहां के दौरे पर पहुंची कलेक्टर किरण कौशल ने एक बार फिर पाली मार्ग से वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है. लॉकडाउन के कारण फिलहाल सभी कार्य भी बंद हैं. जिसकी वजह से सड़क निर्माण में देरी की संभावनाएं हैं.
कलेक्टर किरण कौशल ने बुधवार को पाली पहुंचकर कटघोरा-पाली-बिलासपुर मार्ग का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने रोड पर लगे लंबे जाम को देखकर नाराजगी जताई और तत्काल थाना प्रभारी, एसडीएम और तहसीलदार को बुलाकर जाम को सामान्य कराने के निर्देश दिए.
आश्वासन मिलने के बाद भी नहीं बन पाई सड़क
कलेक्टर ने जनपद पंचायत पाली में अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान एडीएम संजय अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में पाली शहर के दोनों तरफ के प्रवेश द्वारों को मजबूत करने और शहर के अंदर भारी वाहनों के प्रवेश नहीं देने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए, हालांकि कटघोरा-पाली मार्ग की दुर्दशा पर मंथन के लिए पहले भी ऐसी कई बैठकें हो चुकी हैं. कई दावे और वादे किए गए जो कि धरातल पर कभी नहीं उतर सके. इसी साल के फरवरी महीने में कांग्रेस के नेताओं ने पाली में चक्का जाम किया था तब भी आश्वासन मिला था कि तत्काल मरम्मत शुरू किया जाएगा, लेकिन वह भी पूरा नहीं हो सका.
भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग
इसके साथ ही कलेक्टर के आदेश के बाद से सिर्फ खाद्य पदार्थ, कृषि और अन्य अति आवश्यक सामग्री लेकर आवागमन करने वाली गाड़ियों को ही इस सड़क पर चलने की अनुमति होगी. कलेक्टर ने बैठक में बताया कि कोल परिवहन और अन्य भारी वाहनों के लिए अन्य वैकल्पिक मार्ग के रूप में हरदीबाजार-सरईसिंगार-बलौदा मार्ग को चिन्हांकित किया गया है. कोल परिवहन और फ्लाईऐश परिवहन में लगे वाहन इस मार्ग से आवागमन करेंगे. हालांकि यह मार्ग शहर के काफी बाहर से होकर गुजरता है, जिससे भारी वाहनों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी.