कोरबा: जिले के हरदीबाजार इलाके में एक शराबी ने मिलावटी शराब बिक्री का विरोध किया है. शराब में पानी मिलाकर बेचे जाने का विरोध करता हुए शराबी का वीडियो इलाके में खूब वायरल हो रहा है. जिसमें वह शराब की दुकान के सामने खड़ा होकर कह रहा है कि शराब में पानी मिलाकर उसे बेचा जा रहा है और अधिकारियों को उसकी जांच करनी चाहिए.
सरकारी शराब में भी मिलावट
राज्य सरकार के राजस्व का एक बड़ा हिस्सा शराब बिक्री से आता है. इसलिए सरकार नकली शराब से सावधान रहने के बात करती है, लेकिन अब सरकारी ठेकों से ही मिलावटी शराब मिलने की बात सामने आ रही है. कोरोना काल में शराब के दाम बढ़ाए गए हैं. देसी शराब की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है.
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मिलावटी शराब के मामले में हरदीबाजार की देसी शराब भट्टी कई बार सुर्खियों में आ चुकी है. यहां शराब खरीदने पहुंचे एक खरीदार ने बताया कि उसने 80 रुपए में एक पाव देसी शराब ली और यहीं पर खोलकर देखा तो बोतल में पानी भरा हुआ था. जिसके बाद इसकी जानकारी सेल्समेन और दुकान के मैनेजर को दी गई. इन दोनों ने इसे लेकर खुद को बचाते हुए निरीक्षण अधिकारी सोनल से शिकायतकर्ता की फोन पर बात करा दी. शराब खरीदार ने निरीक्षण अधिकारी से बात की तो उसे दो टूक जवाब मिला. उसे कहा गया कि जो सामान बेचने के लिए दिया जा रहा है, वह वही बेच रहे हैं. शराब में पानी मिला है तो वह हम निरीक्षण कर तय करेंगे, ग्राहक नहीं.
क्या शराब में सच में मिला है? पानी जांच का विषय
देसी शराब में पानी मिलाए जाने की बात गंभीर जांच का विषय है. माना जा रहा है कि आबकारी विभाग के मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों की अनदेखी के कारण ऐसा हो रहा है. इससे सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है. शराब से सरकार को राजस्व की मोटी रकम प्राप्त होती है और इस प्रकार की लापरवाहियों से सरकार को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.