कोंडागांव: वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क और सैनिटाइजर की भी जरूरत है. लेकिन मास्क और सैनिटाइजर की मांग एकाएक बढ़ जाने से बाजार में इसकी कमी देखने को मिल रही है. कई जगहों से इसकी कालाबाजारी की खबरें भी सामने आई थी. जिसके बाद मेडिकल स्टोर्स और अस्पतालों में लगातार इसकी कमी देखी जा रही है. जिले के जोन्दरापदर में स्व सहायता समूह की महिलाएं मास्क बना रही हैं और जिला पंचायत के माध्यम से इसे वितरित किया जा रहा है.
मास्क की किल्लत और कोरोना से बचाव एडवाइजरी में मास्क को अत्यावश्यक चीजों में शामिल करने के बाद से इसकी कमी को पूरा नहीं किया जा सका था. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं को इसे बनाने का जिम्मा सौंपा है. हालांकि जिले में कई स्वयं सेवी संस्थाओं और जन प्रतिनिधियों ने भी मास्क वितरित किये. लेकिन मांग के अनुरूप मास्क उपलब्ध नहीं हो पाया.
स्व-सहायता समूह की महिलाएं को मिला मास्क बनाने का जिम्मा
जिले में मास्क की उपलब्धता की कमी को दूर करने स्व-सहायता समूह की महिलाएं मास्क बना रहीं हैं. जिला प्रशासन के सहयोग से अब तक जोन्दरापदर की इन महिलाओं ने लगभग 2 हजार मास्क बना लिया है. सभी महिलाएं एक दिन में लगभग 500 नग तक मास्क बना रही हैं. जिसे अलग-अलग जगहों पर मांग के आधार पर जिला पंचायत के माध्यम से वितरित किया जा रहा है.