कोंडागांव: जोबा के करंजी पानी में स्थित प्राथमिक विद्यालय की स्थिति बहुत खराब है. यहां के बच्चों का भविष्य अंधकार में है. इस स्कूल में 87 बच्चे पढ़ाई करते हैं और शिक्षक सिर्फ एक ही है. यहीं शिक्षक कक्षा 1 से लेकर 5 तक के बच्चों को बारी-बारी से जाकर पढ़ाते हैं.
मुख्य बिल्डिंग में सीपेज के कारण अतिरिक्त भवन में पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं का संचालन हो रहा है, एक कमरे में पहली-दूसरी, दूसरे कमरे में तीसरी-चौथी व तीसरे कमरे में पांचवीं कक्षा का संचालन होता है. इन तीन अलग-अलग बिल्डिंग की पांचों कक्षाओं को संचालित करने की जिम्मेदारी केवल एक हेडमास्टर के एन पांडे की है.
समस्या का नहीं हुआ समाधान
सालों से इस स्कूल में शिक्षकों की समस्या रही है, पर प्रशासन केवल खानापूर्ति करने में लगा हुआ है. शिक्षक की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. सभी कक्षाएं तीन अलग-अलग भवनों में संचालित होती है. शिक्षक को एक विद्यालय से दूसरे भवन में जाना पड़ता है. शिक्षक जब एक कक्षा में पढ़ाते हैं तो बाकि के दोनों कक्षाओं में बच्चों के द्वारा ही अध्यापन कार्य कराया जाता है. कभी-कभी तो शिक्षक की अनुपस्थिति में विद्यालय के रसोइयों व स्वीपर द्वारा भी कक्षाओं का संचालन किया जाता है.
87 छात्र-छात्राओं को अकेले पढ़ा रहे हैं एक शिक्षक
ग्रामीणों व सरपंच द्वारा स्कूल में शिक्षक की मांग किये जाने पर ट्यूटर की नियुक्ति कुछ महीने के लिए की गई थी, लेकिन अभी स्थिति जस की तस है. 87 छात्र-छात्राओं को एक ही शिक्षक द्वारा पढ़ाया जा रहा है जिससे बच्चों का सिलेबस पूरा नहीं हो पा रहा और वे लगातार पिछड़ रहे हैं.
शिक्षा अधिकारी ने दिया आश्वासन
इस बारे में जब ETV भारत ने कोंडागांव के विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्हें जानकारी है, वे जल्द ही जिन स्कूलों में ज्यादा शिक्षक हैं वहां से कुछ शिक्षकों को निकालकर उनकी नियुक्ति जोबा के प्राथमिक विद्यालय में करेंगे, जिससे बच्चों के अध्यापन कार्य में कोई बाधा न आ पाए.