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Kondagaon: जिला अस्पताल में मरीज को ब्लड देने से इनकार, अधीक्षक ने थमाया नोटिस

कोंडागांव जिला अस्पताल का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.इस वीडियो में एक मरीज खून की मांग करता हुआ दिख रहा है. लेकिन ब्लड बैंक संचालक मरीज को छुट्टी होने की बात कहकर लौटा रहा है.ईटीवी भारत ने इस वीडियो की सत्यता की पड़ताल की.

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जिला अस्पताल में ब्लड नहीं देने का वीडियो वायरल
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Published : Apr 6, 2023, 2:29 PM IST

जिला अस्पताल में ब्लड नहीं देने का वीडियो वायरल

कोंडागांव : इन दिनों सोशल मीडिया में एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें ब्लड बैंक में मरीज ब्लड बैंक इंचार्ज से खून के बदले खून की मांग कर रहा है. लेकिन ब्लड बैंक इंचार्ज छुट्टी का हवाला देते हुए उन्हें खून देने से मना कर रहा है. मरीज के परिजन लगातार उससे निवेदन कर रहे हैं कि उन्हें खून दिया जाए. लेकिन ब्लड बैंक का इंचार्ज कहने लगता है कि मरीज को खून चढ़ाने की जरूरत भी नहीं है. मरीज को खून की जरूरत नहीं है. वो ऐसे ही ठीक हो जाएगा.

कहां का है वीडियो : ETV भारत ने वायरल वीडियो की पड़ताल कि तो पता चला कि यह वीडियो कोंडागांव जिला अस्पताल का है. वीडियो महावीर जयंती के दिन का है. मरीज और उसके परिजनों से मिलने पर पता चला कि मरीज एक वृद्ध पुरुष है. एक सप्ताह से जिला अस्पताल में एडमिट है.मरीज के परिजन चंदर लाल मरकाम ने बताया कि '' वो मरीज के लिए खून के बदले खून एक्सचेंज करने के लिए इंचार्ज से निवेदन कर रहा था.लेकिन इंचार्ज कल आओ कहकर खून देने के लिए मना कर रहा था. बाद में कुछ और लोग कोई मैडम आयीं और उन्होंने खून उपलब्ध कराया.''

मरीज के परिजन चंदर लाल मरकाम के अलावा एक और मरीज के परिजन भी खून की मांग करने गए थे. जिनका नाम टिकेंद्र कुमार कोर्राम है.टिकेंद्र ने बताया कि ब्लड बैंक स्टोर के इंचार्ज ने उनके साथ बदतमीजी की. उन्हें खून देने से मना किया. छुट्टी का हवाला देते हुए अगले दिन खून लेने आने के लिए कहा गया. ये सारा वाक्या किसी मरीज के परिजन ने मोबाइल में कैद कर लिया.

इंचार्ज ने मानी अपनी गलती : वायरल वीडियो मामले में खून देने से मना करने वाले शख्स नागेश नाइक से हमने मुलाकात की. नागेश ने बताया कि मैंने मरीज को खून देने के लिए मना नहीं किया. खून लेने वाले मरीजों की संख्या सात से आठ थी. इसलिए मैंने उनको इंतजार करने को कहा था. इसी दौरान मैंने उनसे बदतमीजी कर दी थी. बाद में सभी मरीजों को खून उपलब्ध करा दिया गया. साथ ही यह पूछने पर कि ब्लड बैंक स्टोर का इंचार्ज कौन है. तो नागेश ने बताया कि यहां कोई पैथोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण सभी मिलकर ब्लड बैंक स्टोर का संचालन करते हैं.'' जबकि MLT नागेश नाइक का काम केवल ब्लड सैंपल कलेक्ट कर उसकी जांच करना है.

ये भी पढ़ें- ड्यूटी में लापरवाही करने वाले शिक्षक को कारण बताओ नोटिस


सिविल सर्जन ने कही कार्रवाई की बात : वहीं वायरल वीडियो मामले में जिला अस्पताल के अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी ठाकुर का कहना है कि ''वायरल वीडियो मामला उनके संज्ञान में आया है. जिसके लिए उन्होंने नागेश नाईक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नागेश के नोटिस का जवाब दिए जाने के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.''

जिला अस्पताल में ब्लड नहीं देने का वीडियो वायरल

कोंडागांव : इन दिनों सोशल मीडिया में एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें ब्लड बैंक में मरीज ब्लड बैंक इंचार्ज से खून के बदले खून की मांग कर रहा है. लेकिन ब्लड बैंक इंचार्ज छुट्टी का हवाला देते हुए उन्हें खून देने से मना कर रहा है. मरीज के परिजन लगातार उससे निवेदन कर रहे हैं कि उन्हें खून दिया जाए. लेकिन ब्लड बैंक का इंचार्ज कहने लगता है कि मरीज को खून चढ़ाने की जरूरत भी नहीं है. मरीज को खून की जरूरत नहीं है. वो ऐसे ही ठीक हो जाएगा.

कहां का है वीडियो : ETV भारत ने वायरल वीडियो की पड़ताल कि तो पता चला कि यह वीडियो कोंडागांव जिला अस्पताल का है. वीडियो महावीर जयंती के दिन का है. मरीज और उसके परिजनों से मिलने पर पता चला कि मरीज एक वृद्ध पुरुष है. एक सप्ताह से जिला अस्पताल में एडमिट है.मरीज के परिजन चंदर लाल मरकाम ने बताया कि '' वो मरीज के लिए खून के बदले खून एक्सचेंज करने के लिए इंचार्ज से निवेदन कर रहा था.लेकिन इंचार्ज कल आओ कहकर खून देने के लिए मना कर रहा था. बाद में कुछ और लोग कोई मैडम आयीं और उन्होंने खून उपलब्ध कराया.''

मरीज के परिजन चंदर लाल मरकाम के अलावा एक और मरीज के परिजन भी खून की मांग करने गए थे. जिनका नाम टिकेंद्र कुमार कोर्राम है.टिकेंद्र ने बताया कि ब्लड बैंक स्टोर के इंचार्ज ने उनके साथ बदतमीजी की. उन्हें खून देने से मना किया. छुट्टी का हवाला देते हुए अगले दिन खून लेने आने के लिए कहा गया. ये सारा वाक्या किसी मरीज के परिजन ने मोबाइल में कैद कर लिया.

इंचार्ज ने मानी अपनी गलती : वायरल वीडियो मामले में खून देने से मना करने वाले शख्स नागेश नाइक से हमने मुलाकात की. नागेश ने बताया कि मैंने मरीज को खून देने के लिए मना नहीं किया. खून लेने वाले मरीजों की संख्या सात से आठ थी. इसलिए मैंने उनको इंतजार करने को कहा था. इसी दौरान मैंने उनसे बदतमीजी कर दी थी. बाद में सभी मरीजों को खून उपलब्ध करा दिया गया. साथ ही यह पूछने पर कि ब्लड बैंक स्टोर का इंचार्ज कौन है. तो नागेश ने बताया कि यहां कोई पैथोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण सभी मिलकर ब्लड बैंक स्टोर का संचालन करते हैं.'' जबकि MLT नागेश नाइक का काम केवल ब्लड सैंपल कलेक्ट कर उसकी जांच करना है.

ये भी पढ़ें- ड्यूटी में लापरवाही करने वाले शिक्षक को कारण बताओ नोटिस


सिविल सर्जन ने कही कार्रवाई की बात : वहीं वायरल वीडियो मामले में जिला अस्पताल के अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी ठाकुर का कहना है कि ''वायरल वीडियो मामला उनके संज्ञान में आया है. जिसके लिए उन्होंने नागेश नाईक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नागेश के नोटिस का जवाब दिए जाने के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.''

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