कांकेर: बारिश के बाद शहर की सड़कों का हाल बेहाल है. जगह-जगह गड्ढों और उड़ती धूल से लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. लेकिन अब तक प्रशासन की नींद नहीं खुली है. अब भी प्रशासन सड़कों की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम के खत्म होने का इंजतार कर रहा है. वहीं धूल से लोगो को सांस की बीमारी का भी खतरा बढ़ गया है.
शहर की सड़कों की बीते 2 साल से मरम्मत नहीं हुई है, जिससे सड़कों का हाल बेहाल है. रोड पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, वहीं धूल इतनी अधिक उड़ने लगी है कि लोगों को सांस की बीमारी का खतरा भी हो गया है.
- शहर के घड़ी चौक से दुधावा चौक तक की सड़क पर चलना मुश्किल है, जिसको लेकर कई बार शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है लेकिन अब तक जिम्मेदारों के कानों पर जूं नहीं रेंगी है.
- वहीं प्रशासन का कहना है कि सड़कों की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम के खत्म होने का इंतजार है.
- बीते 2 सालों से शहर की सड़कों की मरम्मत के नाम पर सिर्फ लीपापोती ही कि जा रही है, जिससे हल्की बारिश में ही रोड बदहाल हो जाती हैं. इस बार भी जिला मुख्यालय में काफी कम बारिश हुई है लेकिन सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं.
भाजपा ने सौंपा ज्ञापन, जल्द मरम्मत की मांग
जर्जर सड़कों की मरम्मत की मांग की लेकर भाजपा के द्वारा भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंप जल्द से जल्द मरम्मत की मांग की गई है. भाजपा के नेता भरत मटियारा ने कहा कि सड़कें बिल्कुल भी चलने लायक नहीं बची हैं.
'बारिश का मौसम खत्म होते ही शुरू होगा काम'
इस मामले में कलेक्टर के एल चौहान का कहना है कि सड़क की मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. बारिश का मौसम खत्म होते ही सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा.