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कांकेर: बारिश के बाद सड़कों पर चलना मुहाल, कलेक्टर से मिला आश्वासन - kanker road

कांकेर शहर की सड़कों की बीते 2 साल से मरम्मत नहीं हुई है, जिससे सड़कों का हाल बेहाल है. रोड पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, वहीं धूल इतनी अधिक उड़ने लगी है कि लोगों को सांस की बीमारी का खतरा भी हो गया है.

कांकेर सड़क
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Published : Aug 20, 2019, 11:13 PM IST

Updated : Aug 21, 2019, 12:04 AM IST

कांकेर: बारिश के बाद शहर की सड़कों का हाल बेहाल है. जगह-जगह गड्ढों और उड़ती धूल से लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. लेकिन अब तक प्रशासन की नींद नहीं खुली है. अब भी प्रशासन सड़कों की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम के खत्म होने का इंजतार कर रहा है. वहीं धूल से लोगो को सांस की बीमारी का भी खतरा बढ़ गया है.

बारिश के बाद सड़कों पर चलना मुहाल

शहर की सड़कों की बीते 2 साल से मरम्मत नहीं हुई है, जिससे सड़कों का हाल बेहाल है. रोड पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, वहीं धूल इतनी अधिक उड़ने लगी है कि लोगों को सांस की बीमारी का खतरा भी हो गया है.

  • शहर के घड़ी चौक से दुधावा चौक तक की सड़क पर चलना मुश्किल है, जिसको लेकर कई बार शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है लेकिन अब तक जिम्मेदारों के कानों पर जूं नहीं रेंगी है.
  • वहीं प्रशासन का कहना है कि सड़कों की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम के खत्म होने का इंतजार है.
  • बीते 2 सालों से शहर की सड़कों की मरम्मत के नाम पर सिर्फ लीपापोती ही कि जा रही है, जिससे हल्की बारिश में ही रोड बदहाल हो जाती हैं. इस बार भी जिला मुख्यालय में काफी कम बारिश हुई है लेकिन सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं.

भाजपा ने सौंपा ज्ञापन, जल्द मरम्मत की मांग
जर्जर सड़कों की मरम्मत की मांग की लेकर भाजपा के द्वारा भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंप जल्द से जल्द मरम्मत की मांग की गई है. भाजपा के नेता भरत मटियारा ने कहा कि सड़कें बिल्कुल भी चलने लायक नहीं बची हैं.
'बारिश का मौसम खत्म होते ही शुरू होगा काम'
इस मामले में कलेक्टर के एल चौहान का कहना है कि सड़क की मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. बारिश का मौसम खत्म होते ही सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा.

कांकेर: बारिश के बाद शहर की सड़कों का हाल बेहाल है. जगह-जगह गड्ढों और उड़ती धूल से लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. लेकिन अब तक प्रशासन की नींद नहीं खुली है. अब भी प्रशासन सड़कों की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम के खत्म होने का इंजतार कर रहा है. वहीं धूल से लोगो को सांस की बीमारी का भी खतरा बढ़ गया है.

बारिश के बाद सड़कों पर चलना मुहाल

शहर की सड़कों की बीते 2 साल से मरम्मत नहीं हुई है, जिससे सड़कों का हाल बेहाल है. रोड पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, वहीं धूल इतनी अधिक उड़ने लगी है कि लोगों को सांस की बीमारी का खतरा भी हो गया है.

  • शहर के घड़ी चौक से दुधावा चौक तक की सड़क पर चलना मुश्किल है, जिसको लेकर कई बार शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है लेकिन अब तक जिम्मेदारों के कानों पर जूं नहीं रेंगी है.
  • वहीं प्रशासन का कहना है कि सड़कों की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम के खत्म होने का इंतजार है.
  • बीते 2 सालों से शहर की सड़कों की मरम्मत के नाम पर सिर्फ लीपापोती ही कि जा रही है, जिससे हल्की बारिश में ही रोड बदहाल हो जाती हैं. इस बार भी जिला मुख्यालय में काफी कम बारिश हुई है लेकिन सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं.

भाजपा ने सौंपा ज्ञापन, जल्द मरम्मत की मांग
जर्जर सड़कों की मरम्मत की मांग की लेकर भाजपा के द्वारा भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंप जल्द से जल्द मरम्मत की मांग की गई है. भाजपा के नेता भरत मटियारा ने कहा कि सड़कें बिल्कुल भी चलने लायक नहीं बची हैं.
'बारिश का मौसम खत्म होते ही शुरू होगा काम'
इस मामले में कलेक्टर के एल चौहान का कहना है कि सड़क की मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. बारिश का मौसम खत्म होते ही सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा.

Intro:कांकेर - बारिश के बाद शहर की सड़कों का हाल बेहाल है , जगह जगह गड्ढों और उड़ती धूल से शहर की जनता का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है , लेकिन अब तक प्रशासन की नींद नही खुली है , अभी भी प्रशासन सड़को की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम् के खत्म होने का इंजतार कर रहा है , वही धूल से लोगो को सांस की बीमारी का भी खतरा बढ़ गया है


Body:शहर की सड़कों की बीते 2 साल से मरम्मत नही हुई है , जिसे सड़को का हाल बेहाल है , सड़को पर जगह जगह गड्ढे हो गए है , वही धूल इतनी अधिक उड़ने लगी है कि लोगो को सांस की बीमारी का खतरा भी बनने लगा है। शहर के घड़ी चौक से दुधावा चौक तक की सड़क पर चलना दुर्भर है , जिसको लेकर कई बार शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है लेकिन अब तक प्रशासन ने सुध नही ली , वही प्रशासन का कहना है कि सड़को की मरम्मत के लिए बारिश के मौसम के खत्म होने का इंतज़ार है ।

मरम्मत के नाम पर सिर्फ लीपापोती
बीते 2 सालों से शहर की सड़कों की मरम्मत के नाम पर सिर्फ लीपापोती ही कि जा रही है , जिससे हल्की बारिश में ही सड़के बदहाल हो जाती है , इस बार भी जिला मुख्यालय में काफी कम बारिश हुई है लेकिन सड़के बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

भाजपा ने सौपा ज्ञापन , जल्द मरम्मत की मांग
जर्जर सड़को की मरम्मत की मांग की लेकर आज भाजपा के द्वारा भी कलेक्टर को ज्ञापन सौप जल्द से जल्द सड़को की मरम्मत करवाने की मांग की गई है , भाजपा के नेता भरत मटियारा ने कहा कि सड़के बिल्कुल भी चलने लायक नही बची है, कलेक्टर को ज्ञापन सौप सड़क के मरम्मत की मांग की गई है।


Conclusion:बारिश का मौसम खत्म होते ही शुरू होगा काम
इस मामले में कलेक्टर के एल चौहान का कहना है कि सड़क की मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है ,बारिश का मौसम खत्म होते है सड़को की मरम्मत का कार्य शूरु किया जाएगा।

बाइट- भरत मटियारा भाजपा नेता

के एल चौहान कलेक्टर
Last Updated : Aug 21, 2019, 12:04 AM IST
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