कोंडागांव: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक मोहन मरकाम (Mohan Markam) मां दंतेश्वरी मंदिर (Maa Danteshwari Temple) दंतेवाड़ा तक चार दिवसीय पदयात्रा पर निकले हैं. आज सुबह 7 बजे पदयात्रा शीतला माता मंदिर (Sheetla Mata Temple) कोंडागांव से पूजा अर्चना के बाद शुरू हुई. इन्होंने देश-प्रदेश में शांति खुशहाली एवं समृद्धि की मनोकामना को लेकर यह पदयात्रा निकाली है.
देवी शीतला माता मंदिर से पूजा-अर्चना के बाद अपने कार्यकर्ताओं के साथ माता के जयकारे के साथ दंतेवाड़ा पदयात्रा पर निकल चुके हैं. महिला शहर अध्यक्ष कोंडागांव तबस्सुम बानो, कोंडागांव कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष झुमुकलाल दीवान अपने कार्यकर्ताओं के साथ पीसीसी चीफ के साथ ग्राम देवी शीतला मंदिर से पदयात्रा में शामिल हुए.
चार दिन की पदयात्रा
पदयात्रा भानपुरी, बस्तर, पंडरीपानी, डिलमिली, गीदम से होकर मां दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा पहुंचेगी. यह पदयात्रा 4 दिन की होगी. जिसमें अलग-अलग स्थानों में रात्रि विश्राम करते हुए पीसीसी चीफ दंतेवाड़ा दंतेश्वरी मंदिर पहुंचेंगे. आज सुबह से पदयात्रा में निकले पीसीसी चीफ मोहन मरकाम अपने पहले पड़ाव में उसरी ग्राम में रुके हुए थे, जहां उन्होंने बताया कि वे प्रतिदिन अपने जत्थे के साथ 37 से 47 किलोमीटर का सफर तय करेंगे.
इस तरह वे 12 अक्टूबर की सुबह 9 बजे तक दंतेवाड़ा दंतेश्वरी माई के दर्शन को पहुंचेंगे. इस दौरान वे पहले दिन 37 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए. भानपुरी पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे. वहीं 9 अक्टूबर को भानपुरी से सुबह 7:00 बजे 45 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करते हुए जगदलपुर के पंडरीपानी में रात्रि विश्राम करेंगे. जहां से 10 अक्टूबर को प्रातः 7:00 बजे पंडरीपानी से पदयात्रा शुरू करते हुए 30 किलोमीटर चलने के बाद वे डिलमिली में पुनः रात्रि विश्राम करेंगे.
11 अक्टूबर को प्रातः 7:00 बजे ग्राम डिलमिली जिला बस्तर से पुनः पदयात्रा शुरू करते हुए 43 किलोमीटर चलते हुए वह गीदम जिला दंतेवाड़ा पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे. जहां से अगले दिन 12 अक्टूबर को 12 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए वे अंततः दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी माई के दरबार पहुंचकर माताजी का दर्शन करेंगे. देश प्रदेश वासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना करेंगे.
छह सालों से करते आ रहे हैं मां दंतेश्वरी की पदयात्रा: मोहन मरकाम
PCC चीफ मोहन मरकाम ने बताया कि वे पिछले 6 वर्षों से इस पदयात्रा को देश प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि के लिए कर रहे हैं. बीते 2 वर्षों में कोरोना महामारी की वजह से वे इस पदयात्रा को नहीं कर पाए. पर इस वर्ष पुनः महामारी के कम होते ही वह दंतेवाड़ा पदयात्रा पर निकले हैं.