कोंडागांव: छत्तीसगढ़ के पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम एक दिवसीय दौरे पर कोंडागांव पहुंचे. जहां मोहन मरकाम और केशकाल विधायक संतराम नेताम ने पौधा तुंहर दुआर योजना की शुरुआत की. मोहन मरकाम ने 'पौधा तुंहर दुआर' योजना के तहत पौधा बांटने वाले वाहन को जिला मुख्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, साथ ही दक्षिण वनमंडल और केशकाल वनमंडल ने भी 'पौधा तुंहर दुआर' योजना की शुरुआत की गई.
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पौधा तुंहर दुआर योजना की शुरुआत की है. इसके तहत शहरभर में पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए घर-घर जाकर पौधे बांटे जा रहे हैं. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 7587014628 भी जारी किया गया है. कोंडागांव और केशकाल वन विभाग लोगों के बताए पते पर जाकर पौधा निःशुल्क वितरित कर रहा है. केशकाल वनमंडल के अंतर्गत पौधे घर पर प्राप्त करने के लिए इच्छुक लोग फूलवती कोड़ोपी मोबाइल नंबर 9131337586, अंकित निषाद 623227365 और श्रवण कुमार सलाम 9424277504 के मोबाइल नंबर पर काॅल या व्हाट्सएप पर संपर्क कर सकेत हैं. इस योजना के अंतर्गत प्रति व्यक्ति अधिकतम 5 पौधे दिए जाएंगे.
वृक्षों का आदर और उनसे प्रेम करें: भूपेश बघेल
मोहन मरकाम ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रदेशभर में घर पहुंच निःशुल्क पौधा वितरण के लिए 'पौधा तुंहर दुआर' योजना शुरू की गई है. पीसीसी चीफ ने कहा कि शासन की मंशा है कि हम पुरातनकाल के समान वृक्षों का आदर और उनसे प्रेम करें. इसके लिए हर घर में वृक्षारोपण तेजी से करना होगा. इसलिए पौधा तुंहर दुआर योजना के तहत निःशुल्क पौधे घर-घर तक पहुंचाए जाएंगे.
कोंडागांव में 2 लाख पौधों के वितरण का लक्ष्य
इस दौरान डीएफओ उत्तम गुप्ता ने बताया कि वनमंडल कोंडागांव क्षेत्र में 50 हजार पौधे और जिले में 2 लाख पौधा वितरण का लक्ष्य रखा गया है. इस योजनांतर्गत अमरूद, कटहल, बेर, आम, बादाम, काजू, मुनगा और गंगा इमली के पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे. साथ ही इन पौधों का वितरण अलग-अलग हाट-बाजारों में अलग-अलग दिनों में किया जाएगा.
राम वन गमन पथ में लगाए जाएंगे 21 हजार पौधे
इसके अलावा राम वन गमन पथ में 21000 से ज्यादा पौधे क्षेत्र में लगाने की योजना है, जिसमें सरकार ने पांच तरह के पौधों की प्रजातियों को चिन्हांकित किया है, जिनमें बरगद, पीपल, आम, नीम और इमली शामिल हैं. साथ ही नारियल के पौधों को NH-30 पर सड़क के दोनों ओर लगाने के लिए शासन-प्रशासन द्वारा योजना बनाई जा रही है.