कोंडागांव: बस्तर और दुर्ग संभाग की 20 सीटों पर पहले चरण में मतदान होना है. सात तारीख को होने वाले मतदान के लिए आज शाम से प्रचार का शोर थम जाएगा. प्रचार का शोर थमने से पहले दोनोें ही सियासी पार्टियों ने अपनी अपनी ओर से एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. सबसे ज्यादा रोचक मुकाबला केशकाल सीट पर है. कोंडगांव की केशकाल सीट पर बीजेपी ने जहां नीलकंठ टेकाम को उतारा है, तो वहीं कांग्रेस की ओर से तीन बार के विधायक रहे संतराम नेताम बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं.
जनता किसपर लगाएगी मुहर: 7 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों ने मैदान में प्रचार के आखिरी पल के लिए एड़ी चोटी की ताकत मैदान में झोंक दी है. बीजेपी के स्टार प्रचारक जहां कोंडागांव और केशकाल में लगातार कैंप कर प्रचार कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस के दिग्गजों ने भी कांग्रेस के पक्ष में चुनावी माहौल तैयार कर दिया है. इस बार केशकाल सीट से दस प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे है. पर सीधी टक्कर कांग्रेस और बीजेपी की बीच ही है.
किसके दावों में कितना दम:चुनाव में जीत के दावे तो मैदान में खड़ी हर पार्टी करती ही है. लेकिन इस बार आईएएस की नौकरी छोड़ बीजेपी का दामन थाम मैदान में उतरे नीलकंठ टेकाम को मोदी के नेतृत्व और केंद्र की योजनाओं पर पूरा भरोसा है कि उसे जीत दिलाएंगे. तो वहीं कांग्रेस को राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा है. दोनों ही दलों के नेता विधानसभा सीट पर ताबड़तोड़ प्रचार में जुटे हैं.
कका और बाबा की जोड़ी जरूरी: चुनावी समीकरण का ऊंट किस करवट बैठेगा ये अनुमान लगाना मुश्किल है. लेकिन हां जीत के अपने अपने दावे करने वाले कांग्रेस और बीजेपी के दोनों प्रत्याशी चुनावी मैदान में एक दूसरे पर वार पलटवार करने से नहीं चूक रहे हैं. बीजेपी जहां सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेर रही है तो वहीं कांग्रेस कका और बाबा की जोड़ी को छत्तीसगढ़ के लिए जरुरी बता रही है.