कोंडागांव : सीएम भूपेश बस्तर के दौरे पर सरकारी योजनाओं की हकीकत जान रहे हैं.इस दौरान वे तीन विधानसभाओं का दौरा करके लोगों से मुलाकात करेंगे.आने वाले दिनों में सीएम भूपेश कोंडागांव जिले का भी दौरा करेंगे. जिसकी व्यापक तैयारियों में जिला प्रशासन जुटा है. इसी कड़ी में वन परिक्षेत्र माकड़ी के अंतर्गत ग्राम शामपुर में "आवर्ती चराई विकास योजना " (Negligence in Kondagaon recurring grazing plan) का कार्य किया जा रहा है.
विकास योजना के काम में गड़बड़ी : शामपुर में माकड़ी वन परिक्षेत्र द्वारा आवर्ती चराई क्षेत्र के कार्यों में भारी लापरवाही बरती जा रही है. मजदूरों से कार्य की जगह जेसीबी से कार्य करवाया जा रहा है. यही नहीं गौठान में चारों ओर फेंसिंग के लिए जो पोल गाड़े जा रहे. उनको ठीक ढंग से जमीन में जाम नहीं किया जा रहा है. खंबों को जमीन में गाड़कर सिर्फ ऊपरी लेयर में कांक्रीट की परत चढ़ाई जा रही है ताकि एक नजर में देखने में ये लगे कि पोल सही ढंग से जाम हुए हैं.
वनों की कटाई करके बना दी झोपड़ी : ''आवर्ती चराई क्षेत्र'' (Tree felling in Makdi forest area) में जो रेस्ट रूम (झोपड़ी ) बनाई जा रही है वो भी वन्य क्षेत्र के पेड़ों की बली देकर बनाया जा रहा . जिसका जीता जागता सबूत मौके पर ही है. ताजा पेड़ों की बलि देकर उनसे बल्लियां निकाली गई हैं. जो सबूत के तौर पर झोपड़ी के आसपास ही रखीं गई हैं.
डबरी के काम में भी लापरवाही : मनरेगा के तहत गांवों में डबरी निर्माण का काम कराया जाता है. लेकिन माकड़ी रेंज में जेसीबी ने इस काम को पूरा करने की ठान ली है. जिससे मजदूरों के पेट पर लात पड़ी है. डबरी के निर्माण कई परिवारों का पेट पलता.लेकिन रेंजर की मिलीभगत के कारण जेसीबी ने इस काम को करके ना जाने कितने ही परिवारों के हक का पैसा छीन लिया है.
रेंजर ने क्या दी है दलील : इस मामले में जब माकड़ी रेंज अफसर सूर्य प्रकाश ध्रुव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रेस्ट रूम बनाए जाने के लिए कुछ पेड़ काटे गए हैं. नाडेप का कार्य मजदूरों से कराया जा रहा और डबरी बनाने के लिए मजदूर नहीं मिले. इसलिए जेसीबी से खुदाई की गयी है. बाकी कार्य नियमतः व्यवस्थित रूप से किया जा रहा है.
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इसी क्षेत्र के रेंजर का हुआ है सस्पेंशन : बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही जगदलपुर के करपावंड वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत जैबेल में 2020-21 के लिए स्वीकृत “आवर्ती चराई विकास योजना” कार्य में लापरवाही का मामला सामने आया था. बस्तर वन मंडलाधिकारी ने के निरीक्षण में पाया गया कि रेंजर रामदत्त नागर ने निर्धारित नियम के अनुसार कार्य नहीं कराया. लिहाजा PCCF राकेश चतुर्वेदी ने CM बघेल के दौरे से पहले लापरवाह रेंजर को सस्पेंड कर दिया था.