कोंडागांव: कोरोना संक्रमण के बीच महापर्व छठ पूजा में श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजन कार्यक्रम सम्पन्न किया. इस दौरान नगर पालिका ने छठ घाटों में लोगों के लिए सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की थी. साथ ही किसी भी प्रकार की अप्रिय घटनाओं से निपटने के लिए प्रशासन भी मुस्तैद दिखा. घाट पर अग्निशमन वाहन के साथ-साथ नाव से भी बराबर सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन मुस्तैद था.
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इस दौरान छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं में कोरोना का खौफ नहीं दिखा. श्रद्धालु बेफिक्री से छठ पूजन करते नजर आए. हर वर्ष जो रौनक छठ पूजन में नजर आता है, वह कोरोना संक्रमण के कारण छठ घाटों में नहीं दिखी. नगर पालिका की व्यवस्था के अलावा भी समाज के लोगों ने छठ पूजा किया. साथ ही छठ घाट में कई व्यवस्थाएं भी की गई थी. श्रद्धालुओं के लिए टेंट लगाकर मेडिकल सुविधा, फल वितरण और पूजन सामग्री की व्यवस्था की गई थी. साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजर और मास्क की भी व्यवस्था की गई थी.
व्रती सुबह उगते सूर्य को देंगी अर्घ्य
बता दें कि सूर्य पूजा का महापर्व 'छठ' कोरोना संक्रमण के बीच बुधवार को शुरू हुआ है. व्रती 36 घंटे बाद शनिवार की सुबह उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे. इसके बाद छठ महापर्व खत्म होगा. इससे पहले शुक्रवार को संध्या अर्घ्य दिया गया. इस मौके पर छठ घाटों में लोग पूजा करने के लिए जुटे रहे. कोविड-19 के कारण सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने, हाथों को सैनिटाइज करने के लिए प्रशासन और समाज के लोगों को समझाइश दी गई थी.
कोरोना संकट की वजह से कम थी भीड़
छठ महापर्व के लिए श्रद्धालु श्याम सिंह ने बताया कि आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूजा सामग्री के साथ मेडिकल सुविधा, फल वितरण और सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था भी की गई है. वहीं घाट पर आए लोगों ने कहा इस बार कोरोना काल के कारण कम लोग छट घाट में शामिल हुए हैं.