कोंडागांव : पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने आरक्षण संशोधन विधेयक पर एक बार फिर राज्यपाल अनुसूईया उइके को घेरा है. पीसीसी प्रमुख मोहन मरकाम ने कहा कि '' राज्यपाल महोदया से हम बार-बार निवेदन कर रहे हैं कि छत्तीसगढ़ की जनता के हक और अधिकार के लिए आरक्षण विधेयक में हस्ताक्षर कर दें. क्योंकि उन्होंने स्वयं ही कहा था कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाइए. मैं 1 घंटे के अंदर उस विधेयक पर हस्ताक्षर कर दूंगी. जब कर्नाटक में हस्ताक्षर हो जाता है, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में भी हो जाता है तो आखिर छत्तीसगढ़ में ना होने का क्या कारण है.''
भाजपा पर साधा निशाना: पीसीसी चीफ मोहन मरकार ने भाजपा को भी घेरा. मोहन मरकाम ने कहा कि ''कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी राजभवन की आड़ में राजनीति कर रही है. छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है. छत्तीसगढ़ की जनता के हक और अधिकारों को मारने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है. इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भुगतना पड़ेगा.''
2023 के चुनाव पर फोकस : पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि ''2023 और 2024 में चुनाव की तैयारी की शुरुआत हम कोंडागांव से कर रहे हैं. 90 विधानसभाओं में बूथ प्रभारियों के प्रशिक्षण के माध्यम से हम कार्यकर्ताओं को हमारी पार्टी के इतिहास और हमारी सरकार के दिए गए योगदानों को बताएंगे ताकि वे जनता के बीच जाकर सरकार की बात और कांग्रेस की बात को दमदारी के साथ रख सकें. यही इस प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम का उद्देश्य है.''
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चुनाव में आईटी सेल की महत्वपूर्ण भूमिका: मोहन मरकाम ने कहा कि ''आगामी चुनाव में आईटी सेल की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. हमारे विशेषज्ञ कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण देंगे. यह एक आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम है. जिसमें 2 दिनों तक लगातार बूथ कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसमें अलग अलग विषय के विशेषज्ञ बूथ प्रभारियों को प्रशिक्षण देंगे. कांग्रेस पार्टी का गौरवशाली इतिहास, सोशल मीडिया का क्या रोल है, बीजेपी, आरएसएस और उसके संगठन क्या काम करते हैं, हमारी सरकार की क्या उपलब्धियां हैं, ऐसे अलग अलग विषयों पर हमारे विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे.''