ETV Bharat / state

कोंडागांव: उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ का हुआ समापन - chhatt pooja

शनिवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन हो गया है. छठ के आखिरी दिन निर्जला व्रतियों ने घाट पर सूर्य को अर्घ्य देकर और प्रसाद ग्रहण कर व्रत तोड़ा है. 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में लोगों की गहरी आस्था है.

chhatt-pooja-celebrated-in-kondagaon
उगते हुए सूर्य को अर्घ्य
author img

By

Published : Nov 21, 2020, 2:13 PM IST

कोंडागांव: सनातन धर्म हिंदू का महापर्व छठ का शनिवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन हो गया है. इस दौरान लोग घाट पहुंचकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिए. छठ के आखिरी दिन निर्जला व्रतियों ने घाट पर सूर्य को अर्घ्य देकर और प्रसाद ग्रहण कर व्रत तोड़ा. देशभर में आज भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया.

chhatt pooja celebrated in kondagaon
घाट पर पहुंचे श्राद्धालु

लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा भगवान भास्कर और छठी मां को समर्पित है. 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में लोगों की गहरी आस्था है. वहीं इस महापर्व के विधि और विधान से जुड़े कई गाथाएं हैं, जिनका अलग ही महत्व है. छठ महापर्व में व्रती अपने-अपने घरों में कोसी भराई करती हैं. मान्यता है कि कोसी भरने से सालों भर घरों में सुख सौभाग्य और धन्य-धान बरकरार रहता है. इससे पहले लोकआस्था के पर्व छठ के तीसरे दिन शुक्रवार को व्रतियों ने तमाम प्रमुख नदियों के तट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर उनकी पूजा अर्चना की.

chhatt pooja celebrated in kondagaon
व्रतधारी भगवान को सूर्य को अर्घ्य देते

पढ़ें- कोरबा में कोविड के नियमों का पालन कर मनाया गया छठ महापर्व

कोरोना नियम के साथ मनाया गया छठ

कोंडागांव में छठ महापर्व विधि-विधान के साथ संपन्न हो गया है. छठ व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर सुख समृद्धि की कामना की. चारों ओर महापर्व की धूम रही.
बड़ी संख्या में लोगों ने कोविड-19 के नियमों का अनुपालन करते हुए विभिन्न तालाबों, नदियों के किनारे भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.

कोंडागांव: सनातन धर्म हिंदू का महापर्व छठ का शनिवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समापन हो गया है. इस दौरान लोग घाट पहुंचकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिए. छठ के आखिरी दिन निर्जला व्रतियों ने घाट पर सूर्य को अर्घ्य देकर और प्रसाद ग्रहण कर व्रत तोड़ा. देशभर में आज भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया.

chhatt pooja celebrated in kondagaon
घाट पर पहुंचे श्राद्धालु

लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा भगवान भास्कर और छठी मां को समर्पित है. 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में लोगों की गहरी आस्था है. वहीं इस महापर्व के विधि और विधान से जुड़े कई गाथाएं हैं, जिनका अलग ही महत्व है. छठ महापर्व में व्रती अपने-अपने घरों में कोसी भराई करती हैं. मान्यता है कि कोसी भरने से सालों भर घरों में सुख सौभाग्य और धन्य-धान बरकरार रहता है. इससे पहले लोकआस्था के पर्व छठ के तीसरे दिन शुक्रवार को व्रतियों ने तमाम प्रमुख नदियों के तट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर उनकी पूजा अर्चना की.

chhatt pooja celebrated in kondagaon
व्रतधारी भगवान को सूर्य को अर्घ्य देते

पढ़ें- कोरबा में कोविड के नियमों का पालन कर मनाया गया छठ महापर्व

कोरोना नियम के साथ मनाया गया छठ

कोंडागांव में छठ महापर्व विधि-विधान के साथ संपन्न हो गया है. छठ व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर सुख समृद्धि की कामना की. चारों ओर महापर्व की धूम रही.
बड़ी संख्या में लोगों ने कोविड-19 के नियमों का अनुपालन करते हुए विभिन्न तालाबों, नदियों के किनारे भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.