कांकेर: ग्राम पंचायत सिंगारभाट में मौजूद रक्षित केंद्र के पास पुलिस के जवानों के रहने के लिए एक कॉलोनी बनाई गई है. शहर के दूर होने पर कॉलोनी में रहने वाले पुलिसवालों के बच्चों को कोचिंग देने के लिए शिक्षक नहीं मिल पा रहे थे. जब इस बात की जानकारी पुलिस अधिकारियों की पत्नियों को हुई, तो उन्होंने बिना देर दिए इन नौनिहालों की कोचिंग का जिम्मा अपने सिर ले लिया.
खुश हैं कोचिंग पढ़ने वाले बच्चे
कोचिंग पढ़ाने के लिए टीचर तो मिल गए थे, लेकिन सबसे बड़ी समस्या इस बात की थी कि इतने सारे बच्चों को पढ़ाने के लिए जगह का इंतजाम कैसे होगा. जवानों ने दिक्कत से रक्षित केंद्र प्रभारी मोसिन खान को अवगत कराया, जिसके बाद उन्होंने मामले को लेकर एसपी गोवर्धन ठाकुर से बात की. अपने साथी और उनकी पत्नियों के नेक इरादे को देखते हुए. पुलिस जवानों के बने ट्रेनिंग सेंटर को कोचिंग क्लास के लिए उपलब्ध करा दिया. कोचिंग मिलने से यहां पढ़ने वाले बच्चे भी खासे खुश नजर आ रहे हैं.
सिखाई जाती है पेटिंग और रंगोली
यहां पुलिस अफसरों की पत्नियों की ओर से बच्चों को पढ़ाई की कोचिंग देने के साथ-साथ पेंटिंग, रंगोली, खेल-कूद की प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं, ताकि बच्चों पर पड़ने वाले पढ़ाई के बोझ को कम किया जा सके. पुलिस कॉलोनी में कुल 150 पुलिस परिवार रह रहे हैं. एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि जिला मुख्यालय से दूर होने की वजह से पुलिसवालों के बच्चों को कोचिंग पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं मिल पा रहे थे, ऐसे में पुलिसकर्मियों की पत्नियों ने पहल की.
नेक सोच को सलाम
पुलिसवालों की पत्नियों की नेक सोच को सलाम. यकीकन पुलिस जवानों की पत्नियों की यह सोच जवानों के बच्चों के जीवन में उजाले की किरण लाने में एक मील का पत्थर साबित होगी.