कांकेर: आदिवासी रामलाल ध्रुव और मैनु किरंगा,सोमा नुरूटी ने कहा कि" हरा सोना तेंदुपत्ता की तुड़ाई शुरू होने वाली है. ऐसे में इसका रेट बढ़ना चाहिए. ग्रामीण भीषण गर्मी में सुबह से लेकर शाम तक कड़ी दोपहरिया में डट कर तेंदू पत्ता तोड़ते हैं. ऐसे में क्षेत्र के तमाम लोग तेंदूपत्ता की तोड़ाई कर अपनी आजीविका चलाते हैं. ऐसे में उनके मेहनत का पैसा लेने के लिए बैंकों में लंबी लाइन लगानी पड़ती है. उसके बावजूद भी कभी कभी लम्बी लाइन के बाद ग्रामीणों का भुगतान नहीं हो पाता.
प्रदर्शनकारी गांव वालों का कहना है कि" क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या लिंक फेल होने की है. महीने के 20 दिन लिंक फेल होता है.बीएसएनएल का नेटवर्क बन्द होता है.जिससे बैंको का काम काफी प्रभावित होता है. ऐसे में तमाम परेशानियों से बचने के लिए ग्रामीणों को नगद भुगतान किया जाना चाहिए."
ग्रामीणों ने कहा कि "ग्रामीणों की मेहनत के अनुरूप उनका भुगतान नहीं हो पाता. ऐसे में उन्हें तेंदुपत्ता की तुड़ाई छह सौ रुपये सैकड़ा दिया जाए. क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की भी कमी है. समय पर स्वास्थ्य सुविधाए नहीं मिल पाने से ग्रामीण काफी परेशान हैं. अंदरूनी इलाके के ग्रामीणों की स्वास्थ्य सुविधा चारपाई पर आ कर टिक गई है. समय पर एम्बुलेंस नहीं मिल पाती है."
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इन मांगों को लेकर सौपा ज्ञापन: तेंदूपत्ता का समर्थन मूल्य वृद्धि कर प्रति सैकड़ा 600 तथा नगद भुगतान किया जाए. बेमौसम बारिश और ओले से नुकसान हुए किसानों के मक्का एवं धन का मुआवजा पूरा दिया जाए. ग्राम संगम (कारेकट्टा) में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा बारकोट में उप स्वास्थ्य केंद्र खोला जाए. संगम क्षेत्र में एकमात्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में विषयवार शिक्षकों की नियुक्ति की जाए.