कांकेर : भानुप्रतापपुर उपचुनाव में अब आदिवासी नेताओं के द्वारा कांग्रेस के जनसभाओं में जाकर स्टार प्रचार और छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा (
Chhattisgarh cabinet minister Kawasi Lakhma) को आदिवासी समाज के खिलाफ बताकर उनके सामने ही भूपेश बघेल मुर्दाबाद के नारे लगाया जा रहे हैं. Bhanupratappur by election 2022
आदिवासी समाज ने किया नेताओं का विरोध : भानुप्रतापपुर के ग्राम पंचायत बोगर में सर्व आदिवासी समाज के महासचिव और सरपंच ज्ञान सिंह गौर के द्वारा प्रचार-प्रसार का विरोध किया गया. ज्ञान सिंह गौर ने कहा कि '' जो आदिवासी नेता आदिवासियों के बारे में नहीं सोचता है जो आदिवासी नेता उनके अधिकारों का विरोध करता है, वह नेता आदिवासी का नहीं हो सकता.'' इस पर कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी ने आदिवासियों को समझाते हए कहा कि '' सरकार आदिवासियों को आरक्षण दिला के रहेगी.''
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सर्व आदिवासी समाज ने खड़ा किया प्रत्याशी : भानुप्रतापपूर उप चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी आरक्षण के मामले में घिरती नजर आ रही है. प्रत्याशियों को प्रचार-प्रसार के दौरान आदिवासियों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. सर्व आदिवासी समाज से चुने गए प्रत्याशी अकबर राम कोर्राम पर आदिवासी समाज ने मुहर लगा दी है. अब कांग्रेस से सावित्री मंडावी, बीजेपी से ब्रह्मानंद नेताम और उसके अलावा सर्व आदिवासी समाज से अकबर राम कोर्राम चुनाव लड़ेंगे. भानुप्रतापपुर उपचुनाव में अब त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. अकबर राम कोर्राम कई जिलों के एसपी रहे हैं. अंत में डीआईजी के रूप में सेवाएं देने के बाद रिटायर हुए.