कांकेर/ पखांजूर: एक ओर केन्द्र और राज्य सरकार कोरोना महामारी के दौर में आर्थिक संकट से गुजर रहे गरीबों को राहत दिलाने के लिए चावल, दाल मुफ्त में बांट रहे हैं, लेकिन कई राशन दुकानों में गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है. हाल ही में पखांजूर के बिष्णुपुर पंचायत क्षेत्र में राशन दुकान संचालक की मनमानी सामने आई है. यहां दुकान संचालक राशन कार्डधारी हितग्राहियों को 15 किलो चावल कम दे रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है.
बिष्णुपुर राशन दुकान के अंतर्गत कुल 465 राशन कार्डधारी हैं. जिसके लिए इस महीने 477 बोरी चावल आबंटन हुआ है. प्रति बोरी 50 किलो चावल की पेकिंग हैं, लेकिन राशनकार्ड धारी हितग्राहियों को नियमानुसार राशन नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि संचालक द्वारा हर राशन कार्ड में 15 किलो चावल कम दिया जा रहा. इसके अलावा अगर कोई हितग्राही समय पर राशन लेने नहीं पहुंचता है, तो उसे राशन नहीं दिया जाता है. दुकान संचालक के इस रवैये से ग्रामीण परेशान है.
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आबंटन लिस्ट में दी जा रही गलत जानकारी
ग्रामीणों ने बताया कि दुकान संचालक आबंटन लिस्ट में गलत जानकारी दे रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से इस क्षेत्र में खाद्य विभाग के अधिकारियों ने दौरा नहीं किया है, जिससे संचालक मनमानी पर उतर आए हैं. इससे पहले रायगढ़ ग्राम पंचायत के झरियापाली के ग्रामीणों ने राशन दुकान संचालक को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. ग्रामीणों ने राशन दुकान संचालक पर राशन कम देने, गाली-गलौज करने और मारपीट समेत जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. इसके अलावा इसेबेड़ा पंचायत के ग्रामीणों ने राशन दुकान संचालक पर फ्री में बांटने वाले चावल का पूरा पैसा लेने का आरोप लगाया था.