कांकेर: शहर से सटे इलाकों में अब भालू के बाद तेंदुए की दहशत भी देखी जा रही है. बीती रात शहर से नजदीक दो गांव में तेंदुए सड़क किनारे घूमते दिखे है. जिसके बाद ग्रामीणों में दहशत देखी जा रही है. कांकेर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र कांकेर में लगातार भालू, तेंदुए देखे जा रहे है. लेकिन वन विभाग की कार्यप्रणाली भी समझ से परे है. तेंदुए की दहशत के चलते लोग शाम ढलते ही घरों में कैद हो जा रहे हैं. तेंदुआ आबादी क्षेत्रों से कई जानवरों को उठाकर ले जा चुका है.Panic of leopard in Kanker
दो गांवों के पास दिखे तेंदुए: जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर नरहरपुर मार्ग में डुमाली गांव के पास 3 तेंदुए रात करीब 9 बजे सड़क किनारे घूमते दिखे, तो वही सिदेसर गांव के नजदीक भी एक तेंदुआ नजर आया है. गांव के नजदीक तेंदुआ के नजर आने से ग्रामीणों में दहशत है. क्षेत्र के लोग पहले ही भालूओं से परेशान है जो गांव के भीतर तक रोजाना घुस रहे हैं. अब तेंदुए भी गांव के बेहद नजदीक तक पहुंच रहे है, जो कि चिंता का विषय है.
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जंगली जानवरों पर नियंत्रण पाना मुश्किल: शहर हो या गांव सभी जगह लोग जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं. कहीं भालू उत्पात मचा रहा है तो कहीं तेंदुआ. वन अमला भी भालू और तेंदुआ को पकड़कर दूर जंगलों में छोड़ रहा है. लेकिन इसके बाद भी भालू और तेंदुओं का उत्पात जारी है. अब इन पर नियंत्रण कर पाना मुश्किल हो रहा है.
वन विभाग ने किया है अपील: जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में वन्य प्राणी तेंदुआ, भालू के देखे जाने और भालुओं द्वारा इसानों पर हमला करने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है. वन विभाग की तरफ से जारी अपील में कहा गया है "वन्य प्राणी तेंदुआ, भालू के दिखाई देने पर उन्हे घेरने और मारने की कोशिश ना करें बल्कि खुद को सुरक्षित कर उनसे दूरी बनाएं. तड़के सुबह और शाम को अंधेरे में बाहर ना निकले. रात में घर से बाहर निकलना आवश्यक हो तो टार्च या मशाल के साथ समूह में निकले. "