कांकेर : नक्सलियों द्वारा मारे गए ग्रामीण को लेकर पखांजूर एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले में बड़ा खुलासा किया है. एएसपी ने मृतक रंजीत तिम्मा को पुलिस का मित्र होने की बात से इंकार किया है. वहीं उसके नक्सली गतिविधियों में शामिल होने की बात कही है.
एएसपी ने प्रेसवार्ता कर कहा कि मृतक का पुलिस के साथ किसी प्रकार का संबंध नहीं है. तिम्मा के नाम वर्ष 2018 में बांदे थाने में नक्सली गतिविधियों में शामिल होने का मामला दर्ज है. पुलिस मृतक की पतासाजी पहले भी कर रही थी. वह नक्सलियों के लिए काम करता था.
बता दें कि पखांजूर क्षेत्र के अंदरूनी गांव उलिया में नक्सलियों ने रंजीत की गला रेतकर हत्या कर दी थी. वहीं मृतक के पास से नक्सलियों की पर्ची भी मिली थी, जिसमें हत्या की वजह पुलिस का मित्र होना बताया गया था.
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उठ रहे सवाल
बड़ा सवाल यह है कि नक्सली तिम्मा को लेकर आरोप लगा रहे हैं कि वह पुलिस और BSF के लिए कार्य करता था. BSF कैंप में जाता रहता था. मृतक के शव से नक्सलियों की पर्ची भी मिली है, जिसमें उन्होंने ये आरोप लगाए हैं. दूसरी ओर पुलिस भी तिम्मा को लेकर पुलिस मित्र होने की बात से इंकार कर रही है. उसके नक्सली गतिविधियों में शामिल होने की बात कही है. अब आने वाला वक्त या जांच के बाद ही पता चलेगा कि मामले में सच्चाई क्या है.