कांकेर: दुर्गुकोंदल ब्लॉक के सुखई क्वॉरेंटाइन सेंटर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग ने 13 दिन बीत जाने के बाद भी सुखई क्वॉरेंटाइन सेंटर में मौजूद मजदूर का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल नहीं लिया है. मजदूर बालोद काम करने गया था, जहां कोरोना के काफी मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है.
बालोद से काम कर वापस गांव आने पर ग्राम पंचायत और ग्रामीणों ने उसे 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने का फैसला लिया. युवक 18 मई को बालोद से लौटा, जिसके बाद से वो क्वॉरेंटाइन सेंटर में है. इस बीच उसके 14 दिन का क्वॉरेंटाइन पीरियड भी खत्म होने को आ गया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने यह कहते हुए उसका सैंपल लेने से इनकार कर दिया कि उसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं.
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ग्रामीणों में नाराजगी
वहीं ग्रामीणों की मांग है कि वह ऐसे इलाके से लौटा है, जहां कोरोना का संक्रमण बहुत ज्यादा है. ऐसे में उसका टेस्ट होना चाहिए. जिले में अब तक 20 मामले कोरोना के सामने आ चुके हैं, जिसमें अभी 17 एक्टिव केसेज हैं. इनमें से 9 मामले दुर्गुकोंदल ब्लॉक के हैं, जिसे देखते हुए ग्रामीणों में दहशत है. गांववाले स्वास्थ्य विभाग के रवैये से काफी नाराज हैं.
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कोरोना के कुल 496 केस सामने आ चुके
बता दें कि छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना के कुल 496 केस सामने आ चुके हैं. इनमें से 144 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं, जिन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है. प्रदेश में अभी एक्टिव केस की संख्या 383 है. रविवार को प्रदेश में 51 पॉजिटिव मामले सामने आए थे, साथ ही 12 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था. प्रदेश में कोरोना से अब तक एक व्यक्ति की मौत हुई है.