ETV Bharat / state

कांकेर में नहीं काटा गया एक भी किसान का टोकन, परेशान हो रहे अन्नदाता

कांकेर में धान खरीदी के लिए एक भी किसान का टोकन नहीं काटा गया. मैन्युअल रजिस्टर में किसानों का नाम दर्ज कर उन्हें धान उपार्जन केंद्र लाने की तिथि बता दी गई है.

Not a single farmer get token in Kanker
कृषि उपज मंडी कांकेर
author img

By

Published : Nov 28, 2020, 1:58 PM IST

कांकेर: 27 नवंबर से जिले में धान खरीदी के लिए टोकन काटा जाना था. जिले में सुबह से ही पंजीकृत सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने की वजह से जिले में एक भी टोकन नहीं काटा गया. कांकेर जिले में मैन्युअल रजिस्टर में किसानों का नाम दर्ज कर उन्हें धान उपार्जन केंद्र लाने की तिथि बता दी गई है.

जिला खाद्य अधिकारी नोडल टीआर ठाकुर ने बताया कि धान उपार्जन केंद्रों को एक से दूसरे उपार्जन केंद्र शिफ्टिंग करने का कार्य चल रहा है, जिसकी मैपिंग अभी बाकी है. अभी मैन्युअल रजिस्टर में किसानों का नाम लिख उन्हें धान उपार्जन केंद्र लाने की तारीख बता दी जा रही है.

Not a single farmer get token in Kanker
कृषि उपज मंडी कांकेर

पढ़ें- जानिए क्या है छत्तीसगढ़ कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक 2020, राज्यपाल ने अब तक नहीं किए हैं बिल पर दस्तखत

जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि मैपिंग का कार्य पूरा हो जाने पर उसका ऑनलाइन टोकन काट दिया जाएगा. शासन का निर्देश है कि 5 से 7 दिन के टोकन को ऑनलाइन प्रविष्ट करना है, लेकिन मैन्युअल में 10 से 20 दिन तक की तारीख लिखकर रख सकते हैं, लेकिन टोकन अधिकतम 5 से 7 दिन का ही जारी होगा.

किसानों को फोन कर दे दी जाएगी जानकारी

अधिकारी ने बताया कि 1 दिसम्बर धान खरीदी के दिन किस किसान को धान लाना है ये तय हो गया है. मैन्युअल रजिस्टर में दर्ज कर लिया गया है. सारे किसान का मोबाइल नम्बर ले लिया गया है. टोकन काटकर उन्हें फोन करके भी बता दिया जाएगा. जिले में शुक्रवार सुबह से किसान खरीदी केंद्रों में टोकन लेने का इंतजार करते रहे, लेकिन उनका मैन्युअल रजिस्टर में नाम लिख और धान उपार्जन केंद्रों की मैपिंग, शिफ्टिंग न होने के चलते टोकन वितरित नहीं किया गया. किसानों को बिना टोकन लिए वापस लौटना पड़ा.

कांकेर: 27 नवंबर से जिले में धान खरीदी के लिए टोकन काटा जाना था. जिले में सुबह से ही पंजीकृत सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने की वजह से जिले में एक भी टोकन नहीं काटा गया. कांकेर जिले में मैन्युअल रजिस्टर में किसानों का नाम दर्ज कर उन्हें धान उपार्जन केंद्र लाने की तिथि बता दी गई है.

जिला खाद्य अधिकारी नोडल टीआर ठाकुर ने बताया कि धान उपार्जन केंद्रों को एक से दूसरे उपार्जन केंद्र शिफ्टिंग करने का कार्य चल रहा है, जिसकी मैपिंग अभी बाकी है. अभी मैन्युअल रजिस्टर में किसानों का नाम लिख उन्हें धान उपार्जन केंद्र लाने की तारीख बता दी जा रही है.

Not a single farmer get token in Kanker
कृषि उपज मंडी कांकेर

पढ़ें- जानिए क्या है छत्तीसगढ़ कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक 2020, राज्यपाल ने अब तक नहीं किए हैं बिल पर दस्तखत

जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि मैपिंग का कार्य पूरा हो जाने पर उसका ऑनलाइन टोकन काट दिया जाएगा. शासन का निर्देश है कि 5 से 7 दिन के टोकन को ऑनलाइन प्रविष्ट करना है, लेकिन मैन्युअल में 10 से 20 दिन तक की तारीख लिखकर रख सकते हैं, लेकिन टोकन अधिकतम 5 से 7 दिन का ही जारी होगा.

किसानों को फोन कर दे दी जाएगी जानकारी

अधिकारी ने बताया कि 1 दिसम्बर धान खरीदी के दिन किस किसान को धान लाना है ये तय हो गया है. मैन्युअल रजिस्टर में दर्ज कर लिया गया है. सारे किसान का मोबाइल नम्बर ले लिया गया है. टोकन काटकर उन्हें फोन करके भी बता दिया जाएगा. जिले में शुक्रवार सुबह से किसान खरीदी केंद्रों में टोकन लेने का इंतजार करते रहे, लेकिन उनका मैन्युअल रजिस्टर में नाम लिख और धान उपार्जन केंद्रों की मैपिंग, शिफ्टिंग न होने के चलते टोकन वितरित नहीं किया गया. किसानों को बिना टोकन लिए वापस लौटना पड़ा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.