कांकेर: छत्तीसगढ़ में मनरेगाकर्मियों का प्रदर्शन जारी है. 40 डिग्री से अधिक तापमान और तपती गर्मी में हाथों में डंडे लिए छत्तीसगढ़ मनरेगाकर्मी छत्तीसगढ़ सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए 400 किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े है. मनरेगा कर्मियों ने इस पद यात्रा का नाम दांडी यात्रा दिया है. यह दांडी यात्रा कांकेर पहुंची. हाथों में तिरंगा और सफेद पोशाक पहनकर सैकड़ों कर्मचारी दंतेवाड़ा से 12 अप्रैल को अपनी यात्रा की शुरुआत कर बुधवार को कांकेर पहुंचे. फिर वह दंतेवाड़ा से रायपुर तक करीब 400 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर राजधानी रायपुर पहुंचेंगे. पदयात्रा में शामिल मनरेगाकर्मियों से ETV भारत ने बात की और इस यात्रा की वजह पूछी.
अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की मांग: मनरेगाकर्मियों ने बताया कि, कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि जब कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में बनेगी तो 10 दिनों के अंदर अनियमित कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा. सरकार बने 3 साल का समय बीत चुका है. लेकिन नियमितीकरण को लेकर सरकार किसी तरह की कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है इसी वजह से पूरे प्रदेश के अधिकारी और कर्मचारी 4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. पूरे छत्तीसगढ़ में 15000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं. लेकिन फिर भी सरकार कोई सुध नहीं ले रही है.
दंतेवाड़ा से निकली दांडी यात्रा पहुंची जगदलपुर, 78 कर्मचारी रायपुर तक कर रहे पदयात्रा
'सीएम हमारी मांगें पूरी करेंगे': दो सूत्री मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी संघ भीषण गर्मी के दिनों में राजधानी रायपुर तक पदयात्रा निकाल रहे हैं. मनरेगाकर्मियों ने इस पद यात्रा को दांडी यात्रा का नाम दिया है. कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो आंदोलन कर रहे करीब 15000 कर्मचारी मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे. मनरेगा कर्मी ने बताया कि जिस प्रकार गांधी जी ने नमक कानून तोड़ने के लिए दांडी यात्रा कर नमक का अधिकार हासिल किया था. ठीक उसी प्रकार अनियमित कर्मचारी दांडी यात्रा कर राजधानी जा रहे हैं और हमारे मुख्यमंत्री पर पूरा विश्वास है कि वो हमारी मांग को पूरा करेंगे.
दंतेवाड़ा में अनियमित कर्मचारी संघ ने निकाली दांडी यात्रा, रायपुर में विशाल जनसभा का ऐलान
4 अप्रैल से महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी स्कीम के तहत काम करने वाले मनरेगा कर्मी हड़ताल पर हैं. जिसकी वजह से मस्टररोल जनरेट होने से लेकर तमाम काम रुक गए हैं. जिले के लगभग लाखों मजदूरों को रोजगार गारंटी का काम नहीं मिल रहा है. जिले के सभी विकास खंडों में सभी जिला एवं जनपद अधिकारी कर्मचारी रोजगार सहायक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.