कांकेर : जिला मुख्यालय में मंगलवार को हजारों स्कूल सफाई कर्मचारियों ने पूर्णकालीन करने की मांग को लेकर एक दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल की. कर्मचारियों ने कांकेर कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और ज्ञापन सौंपा. कर्मियों का आरोप था कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने अंशकालीन को पूर्णकालीन करने की मांग अपने घोषणा पत्र में शामिल किया है. जबकि पदाधिकारियों का कहना है कि घोषणा पत्र में आश्वासन दिया गया था कि कांग्रेस सरकार बनते ही 10 दिन में मांग पूरी कर दी जाएगी. दो साल बीत जाने के बाद भी मांग पूरी नहीं की गई है.
मंत्री-मुख्यमंत्रियों ने दिया महज आश्वासन
सफाई कर्मचारियों का कहना था कि जिले भर में करीब 2500 सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं. पूर्णकालिक नहीं होने से हमें और हमारे परिवार को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. साल 2011 से लगातार स्कूल सफाई कर्मचारी संघ शासन से अपनी मांगों को अवगत कराता रहा है, लेकिन मंत्री और मुख्यमंत्री ने महज आश्वासन ही दिया. अभी तक मांग पूरी नहीं की गई है.
महज 2000 रुपये मासिक मिल रहा मेहनताना
अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ में साल 2007-08 और 2011 से कार्य कर रहा है. वे स्कूल की साफ-सफाई, कक्षाओं की सफाई, पेयजल की व्यवस्था, पालक रजिस्टर में हस्ताक्षर कराना और मध्याह्न भोजन की व्यवस्था करना आदि कार्य करते आ रहे हैं. वहीं इसके एवज में वर्तमान में महज 2000 रुपये मासिक मेहनताना ही उन्हें दिया जा रहा है.