कांकेर: एक बार फिर से ETV भारत की खबर का असर हुआ है. जवानों ने जिस सड़क का निर्माण अपनी जान पर खेलकर कराया था, प्रशासन उसकी मरम्मत कराएगा. जल्द ही जीवलामरी और मरापी गांव के बीच बनी सड़क की मरम्मत का काम शुरू होगा.
जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर जीवलामरी और मरापी गांव को पुलिस विभाग ने गोद लिया था. जवानों ने पहाड़ी चट्टानों को काटकर यहां रोड बनाई थी. इसके बाद प्रशासन को यहां सीसी रोड का निर्माण कराना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हाल ये है कि ये सड़क चलने लायक भी नहीं बची है. ETV भारत ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया था, अब फिर से पुलिस विभाग ने इस सड़क की मरम्मत का जिम्मा उठाने की योजना बनाई है.
क्या है पूरी कहानी-
- जीवलामरी और मरापी गांव दोनों ही पहाड़ी क्षेत्र हैं, जहां पिछले कई सालों तक पहुंच मार्ग तक नहीं था.
- पुलिस विभाग ने पुलिस मितान कार्यक्रम में दोनों गांव को गोद लेकर यहां पहाड़ी चट्टानों को काटकर कच्ची सड़क का निर्माण करवाया था. इसके बाद का काम प्रशासन को करना था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
- इसके बाद बारिश के दौरान सड़के खराब हो गई कि ग्रामीण एक बार फिर जंगल के रास्ते आवागमन को मजबूर हो गए थे.
प्रशासन दिखा गैर जिम्मेदार
इन दोनों गांव में सड़क बनाने के लिए प्रशासन ने गांव में शिविर के आयोजन के दौरान एलान किया था. इसके बाद ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि, जल्द ही उन्हें पक्की सड़क मिल जाएगी और उनका रास्ता आसान होगा. लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं हुआ, इससे ग्रामीण निराश हैं.
तैयार करेंगे रणनीति
एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि दोनों गांव को गोद लेकर यहां सड़क बनाई गई थी. इसके फिर से खराब हो जाने की जानकारी मिली है. इस मामले में एसपी के मार्गदर्शन में जल्द ही इस सड़क को फिर से तैयार करने की पहल की जाएगी. ताकि गांव के लोगों को आवागमन के लिए मार्ग मिल सकें.