कांकेर : कोरोना वायरस की खबर से परलकोट क्षेत्र में चिकन खाना 90 फीसदी बंद हो गया. परलकोट क्षेत्र में सैकड़ों पोल्ट्री फार्म संचालित हो रहे हैं. जहां से रोजाना सौ किलो से ज्यादा पोल्ट्री चिकन मार्केट में बिकते हैं, लेकिन आज ये चिकन मार्केट मात्र 10% ही रह गया है.
बता दें कि चीन में फैले कोरोना वायरस की जानकारी सोशल मीडिया में तेजी वायरल हुई. इसमें अफवाह फैलाया गया कि कोरोना वायरस मुर्गियों की वजह से फैल रहा है. कोई भी पोल्ट्री के चिकन का सेवन न करें. मामले को 90 प्रतिशत लोगों ने गंभीरता से लिया और क्षेत्र के लोगों ने चिकन खाना बंद कर दिया.
पोल्ट्री फार्म बंद करने की नौबत
पोल्ट्री फार्म के मालिकों ने पोल्ट्री की मुर्गियों की सही जांच कर लोगों के सामने सच लाने की गुहार लगाई है. पोल्ट्री मालिकों ने बताया कि 'एक किलो वजन पोल्ट्री मुर्गी तैयार करने में लगभग 80 रुपए खर्च होता है. वहीं मुर्गियों को 35 रुपए प्रति किलो बेचने को मजबूर हैं. ऐसे ही हालात रहे तो हमें फार्म बंद करने होंगे'
मक्के का रेट भी घटा
चिकन नहीं बिकने से पोल्ट्री फार्म के कर्मचारियों पर नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है. वहीं मार्केट में मक्के का रेट भी 18 सौ रुपए प्रति क्विंटल दर से घट कर 12 सौ रुपए प्रति क्विंटल रह गया है. इस गंभीर हालत से परलकोट क्षेत्र के किसानों की भी परेशानियां बढ़ गई है. क्योंकि परलकोट क्षेत्र में बरसात में धान की फसल के बाद गर्मी में लाखों हेक्टेयर जमीन पर किसान मक्के की फसल लगाते हैं. जो मक्का पोल्ट्री फार्म में सप्लाई होता है.