कांकेर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में पुलिस जवानों को मानसिक तनाव से दूर रखने के लिए 'स्पंदन अभियान' की शुरुआत की गई है. छत्तीसगढ़ में कांकेर जिले से अभियान की शुरुआत की गई है. इसके तहत मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जवानों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनने और उसे सुलझाने के निर्देश दिए हैं.
इसी के तहत डीजीपी डीएम अवस्थी कांकेर जिले के सुदूर वनांचल स्थित तरांदुल गांव में स्थित सीएएफ कैंप के 6वीं वाहिनी के डी कंपनी पहुंचे. जहां डीजीपी डीएम अवस्थी ने जवानों का हालचाल लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'स्पंदन अभियान का मूल उद्देश्य छत्तीसगढ़ पुलिस के हर जवान की सुरक्षा है. उन्होंने संवाद से सभी समस्याओं का हल करने की बात कही. इस दौरान डीएम अवस्थी ने जवानों को भरोसा देते हुए कहा कि उनकी सभी समस्याओं को सुनने और उसकी समाधान के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आते रहेंगे.
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छुट्टी को लेकर दी सलाह
डीजीपी अवस्थी ने कहा 'किसी जवान को गंभीर समस्या है या छुट्टी की जरूरत है तो कंपनी कमांडर संवेदनशीलता दिखाएं'. उन्होंने कैम्प में जवानों के लिए लाइब्रेरी का उद्घाटन किया और खेल सामग्री का वितरण किया. कंपनी में आयोजित बड़ा खाना में डीजीपी ने जवानों के साथ बैठकर भोजन भी किया. इस दौरान अवस्थी ने जवानों की समस्याएं भी सुनी और सभी के निराकरण की बात कही. इस दौरान जवानों ने डीजीपी को बताया कि कैंप में मोबाइल नेटवर्क नहीं आता है. जिसपर डीजीपी ने आईजी से बातकर मोबाइल नेटवर्क की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए है. एक जवान ने पेयजल की समस्या से भी डीजीपी को अवगत कराया, जिसपर डीजीपी ने 15 दिन के अंदर एक और बोर कराने के निर्देश दिए है.