कांकेर : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं. कांकेर जिले में तीन विधानसभा क्षेत्र हैं.जिनमें से कुछ मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आते हैं.खासकर भानुप्रतापपुर और अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में कई इलाके आज भी दुर्गम हैं.इन मतदान केंद्रों में सड़क के रास्ते जाना संभव नहीं है.
दुर्गम क्षेत्रों में है मतदान केंद्र : मतदान केंद्र के रास्ते में नदी-नाले पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण पोलिंग बूथ तक पहुंचना मुश्किल होता है. इसलिए कांकेर जिले के 8 पोलिंग बूथ पर मतदान कर्मियों को सेना के हेलीकॉप्टर से उतारा जाएगा.इसके लिए सेना के हेलीकॉप्टर MI 13 ने लैडिंग को लेकर अंतागढ़ विधानसभा में अभ्यास भी किया गया है.
''8 मतदान केंद्रों का चिन्हांकन किया गया है. जहां मतदान दल हेलीकॉप्टर से भेजे जाएंगे.उनकी व्यवस्था ऐसी बनाई गई है जो मतदान दल जाएंगे. उनसे एक दिन पहले उन्हें रवाना किया जाएगा. जिला एसपी इसका विशेष ख्याल रख रहे है कि सुरक्षा व्यवस्था और आयोग के जो दिशा निर्देश है. उसका पालन सुनिश्चित किया जा सके.'' प्रियंका शुक्ला, जिला निर्वाचन अधिकारी
निर्वाचन आयोग को भेजी गई जानकारी :जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका शुक्ला के मुताबिक नक्सल क्षेत्र और संवेदनशील मतदान केंद्रों का चिन्हांकन कर उसकी जानकारी निर्वाचन आयोग को भेजी गई है. एसपी साहब ने उसके अकार्डिंग फोर्स भी मांगी गई है. कई मतदान केंद्रों की वेब कास्टिंग की जाएगी. सारे जगह माइक्रो ऑब्जर्व रहेंगे. पूरी व्यवस्था हम लोग सुनिश्चित करेंगे. हालांकि जिला निर्वाचन अधिकारी ने सुरक्षा के लिहाज से 8 मतदान केंद्रों का नाम नहीं बताया है. वही शिफ्टिंग मतदान केंद्रों का भी नाम सुरक्षा को ध्यान में रखकर भी नहीं बताया गया है.
कांकेर में कितने मतदान केंद्र : जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने बताया कि इस बार 727 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. 32 मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है. जिसमें 285 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित है. वहीं 56 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं. 9 गंभीर मतदान केंद्र है. 377 सामान्य मतदान केंद्र है. 8 ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां मतदान दल को एक दिन पहले हेलीकॉप्टर से भेजे जाएंगे. वहीं 14 मतदान केंद्र को सुरक्षा के लिहाज से शिफ्ट किया जाएगा. 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो 285 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित केंद्र थे. वहीं 141 मतदान केंद्र संवेदनशील थे. 15 गंभीर मतदान केंद्र थे और 25 शिफ्ट किए गए थे.