कांकेर: प्रदेश सरकार ने 2019 में व्यख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक और व्यायाम शिक्षक के लिए 14 हजार 580 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी. जिसके नतीजे भी आ चुके हैं, लेकिन बीते 5 महीने से भर्ती प्रकिया को लेकर कोई हलचल नहीं होने से अभ्यर्थी परेशान हैं. अभ्यर्थियों ने सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और जल्द भर्ती करने की मांग की.
नियमित शिक्षकों की भर्ती के लिए मार्च 2019 में पद निकाले गए थे, जिसके लिए जुलाई 2019 में परीक्षा आयोजित की गई थी. दिसम्बर 2019 में नतीजा आने के बाद से भर्ती प्रकिया आगे नहीं बढ़ी. अभ्यर्थियों ने बताया कि मामले को लेकर वो मंत्रालय तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिलने से सभी परेशान हैं. अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने प्राइवेट नौकरी छोड़कर इसकी तैयारी की थी, लेकिन अब सरकार ने भर्ती अटका दी है. जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. अभ्यर्थियों ने जल्द से जल्द भर्ती की मांग की है.
आर्थिक संकट का हवाला
अभ्यर्थियों ने इस मामले को लेकर विधायक शिशुपाल शोरी से भी चर्चा की है. अभ्यर्थियों ने बताया कि विधायक ने कहा है कि राज्य सरकार अभी आर्थिक संकट से गुजर रही है. कोरोना महामारी के मद्देनजर किए गए लॉकडाउन ने राज्य की आर्थिक स्थिति बिगाड़ दी है. ऐसे में बेरोजगारों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.
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अभ्यर्थियों ने जुलाई महीने तक भर्ती प्रकिया को पूरा करने की मांग की है. अभ्यर्थियों ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, ऐसे में सरकार को जुलाई के पहले भर्ती प्रकिया पूरी कर लेनी चाहिए. परीक्षा हो चुकी है, नतीजे आ चुके हैं. सिर्फ भर्ती प्रकिया को अंतिम रूप देना बाकी है, जिसे सरकार से जल्द से जल्द पूरा करने के की मांग की गई है.