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स्कूल में चोटी प्रतिबंधित करने पर विवाद, बीजेपी युवा मोर्चा ने काटा बवाल

जिले के भानुप्रतापपुर के एक निजी स्कूल में छात्र (student) द्वारा चोटी रखने को लेकर विवाद हो गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा चोटी कटवाने को लेकर दबाव बनाया. मामला एसडीएम (SDM) तक पहुंच गया है.

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Published : Oct 21, 2021, 6:06 PM IST

Updated : Oct 21, 2021, 9:03 PM IST

स्कूल में चोटी प्रतिबंधित करने पर विवाद
स्कूल में चोटी प्रतिबंधित करने पर विवाद

कांकेरः जिले के भानुप्रतापपुर के एक निजी स्कूल में छात्र द्वारा चोटी रखने को लेकर विवाद हो गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन (School Management) द्वारा चोटी कटवाने को लेकर दो दिन से बोला जा रहा था. कहा जा रहा था कि चोटी काट के स्कूल आना, नहीं तो स्कूल नहीं आना.

परिजनों का कहना है चोटी रखने के चलते बच्चे को स्कूल से निकाल दिया गया था. घटना की जानकरी होने के बाद बीजेपी युवा मोर्चा (BJP Yuva Morcha) और परिजनों ने स्कूल पहुंच कर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. काफी देर तक हंगामा चलता रहा. भानुप्रतापपुर एसडीएम जितेंद्र यादव ने कहा कि यह एक प्राइवेट स्कूल से जुड़ा हुआ मामला है. जहां किसी मुद्दे पर बच्चे को स्कूल से निकाला गया था.

स्कूल में चोटी प्रतिबंधित करने पर विवाद

कवर्धा हिंसा मामले के 18 आरोपी दुर्ग सेंट्रल जेल से रिहा, 77 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी

गलती दोहराया तो होगी कड़ी कार्रवाई

इस मामले को लेकर परिजन और बाकी समाज के लोग मिलने आए थे. स्कूल प्रबंधन के बीच सहमति बनी है कि आगे कुछ भी इस तरह के मामले सामने आएंगे तो परिजनों को सूचना देते हुए कार्रवाई किया जाएगा. स्कूल प्रबंधन ने ऐसा दोबारा किया तो सख्त कार्रवाई होगी. स्कूल प्रबंधन का पहले भी विवादों से नाता रहा है. प्रिंसिपल ने भारत माता जय बोलने पर प्रतिबंध लगा दिया था. परिजनों के विरोध के बाद फरमान वापस लिया गया.

कांकेरः जिले के भानुप्रतापपुर के एक निजी स्कूल में छात्र द्वारा चोटी रखने को लेकर विवाद हो गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन (School Management) द्वारा चोटी कटवाने को लेकर दो दिन से बोला जा रहा था. कहा जा रहा था कि चोटी काट के स्कूल आना, नहीं तो स्कूल नहीं आना.

परिजनों का कहना है चोटी रखने के चलते बच्चे को स्कूल से निकाल दिया गया था. घटना की जानकरी होने के बाद बीजेपी युवा मोर्चा (BJP Yuva Morcha) और परिजनों ने स्कूल पहुंच कर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. काफी देर तक हंगामा चलता रहा. भानुप्रतापपुर एसडीएम जितेंद्र यादव ने कहा कि यह एक प्राइवेट स्कूल से जुड़ा हुआ मामला है. जहां किसी मुद्दे पर बच्चे को स्कूल से निकाला गया था.

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गलती दोहराया तो होगी कड़ी कार्रवाई

इस मामले को लेकर परिजन और बाकी समाज के लोग मिलने आए थे. स्कूल प्रबंधन के बीच सहमति बनी है कि आगे कुछ भी इस तरह के मामले सामने आएंगे तो परिजनों को सूचना देते हुए कार्रवाई किया जाएगा. स्कूल प्रबंधन ने ऐसा दोबारा किया तो सख्त कार्रवाई होगी. स्कूल प्रबंधन का पहले भी विवादों से नाता रहा है. प्रिंसिपल ने भारत माता जय बोलने पर प्रतिबंध लगा दिया था. परिजनों के विरोध के बाद फरमान वापस लिया गया.

Last Updated : Oct 21, 2021, 9:03 PM IST
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