रायपुर: Bhanupratappur Bye Election 2022 भानुप्रतापपुर उपचुनाव का दंगल धीरे धीरे अपने चरम पर पहुंच रहा है. इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी की सीधी टक्कर है. दोनों पार्टियों की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा के बाद नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. बीजेपी ने भानुप्रतापपुर से ब्रह्मानंद नेताम को उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने दिवंगत मनोज मंडावी की पत्नी को टिकट दिया है. Political equation of Bhanupratappur assembly seat पांच नवंबर 2022 को भानुप्रतापपुर उपचुनाव का ऐलान हुआ था. यहां पांच दिसंबर को वोटिंग होनी है. यह सीट कांग्रेस विधायक मनोज मंडावी के निधन के बाद खाली हुई थी. भानुप्रतापपुर उपचुनाव में गुजरात विधानसभा चुनाव के साथ वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को यहां परिणाम आएंगे. यहां दोनों दलों ने ताकत झोंक दी है. प्रदेश बीजेपी के आला नेता यहां पहुंच रहे हैं. जबकि कांग्रेस की तरफ से भी पार्टी के बड़े चेहरों का यहां दौरा जारी है. रविवार को पीसीसी चीफ मोहन मरकाम भानुप्रतापपुर में थे. यहां उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार पर निशाना साधा और कई गंभीर आरोप लगाए. जानकारों की मानें तो आदिवासी वोट जिस तरफ जाएगा. उस दल की जीत यहां होगी.
ब्रह्मानंद नेताम पहले भी यहां लड़ चुके हैं चुनाव: बीजेपी ने पांच नामों में से ब्रह्मानंद नेताम का नाम फाइनल किया और उनके उपर भरोसा जताया. ब्रह्मानंद नेताम इससे पहले भी भानुप्रतापपुर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने साल 2008 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और मनोज मंडावी को हराया था.साल 2013 और साल 2018 में मनोज मंडावी ने यहां जीत दर्ज की थी. इस बार बीजेपी ने ब्रह्मानंद नेताम पर इसलिए भरोसा जताया है क्योंकि माना जाता है कि नेताम की आदिवासी वोट बैंक पर अच्छी पकड़ है. पूर्व सीएम रमन सिंह सहित बीजेपी के बड़े नेता ब्रह्मानंद नेताम के नामांकन में शामिल थे. प्रदेश बीजेपी की तरफ से यहां बड़े नेताओं का आने का सिलसिला जारी है. chhattisgarh by election news
कांग्रेस की तरफ से सावित्री मंडावी उम्मीदवार: भानुप्रतापपुर सीट से कांग्रेस ने अपने दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को टिकट दिया है. सावित्री मंडावी एक शिक्षिका थीं. टीचिंग प्रोफेशन को छोड़कर उन्होंने राजनीति का रास्ता चुना है. राजनीति में वह नई हैं लेकिन पति के राजनीतिक सफर और उनकी विरासत को देख चुकी हैं. कांग्रेस ने सावित्री मंडावी के नामांकन के दिन शक्ति प्रदर्शन किया था. सीएम भूपेश बघेल खुद उनके नामांकन में शामिल रहे थे.
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नामांकन फॉर्म की छंटनी के बाद मैदान में 21 उम्मीदवार: भानुप्रतापपुर में नामांकन की प्रक्रिया खत्म होने के बाद स्क्रूटनी की गई. जिसमें 21 प्रत्याशी मैदान में हैं. यहां कुल 39 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था. उसमे से 18 प्रत्याशियों के फॉर्म रिजेक्ट हो गए. जबकि 21 उम्मीदवारों का नामांकन फॉर्म सही पाया गया.
इन उम्मीदवारों का नामांकन हुआ मंजूर
- भारतीय जनता पार्टी के अभ्यर्थी ब्रम्हानंद नेताम
- इण्डियन नेशनल कांग्रेस के अभ्यर्थी सावित्री मण्डावी
- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अभ्यर्थी घनश्याम जुर्री
- आंबेडकराईट पार्टी ऑफ इंडिया से शिवलाल पुड़ो
- राष्ट्रीय जनसभा पार्टी से डायमंड नेताम
- निर्दलीय प्रत्याशी के तहत अकबर कोर्राम अर्जुन सिंह, आयनु राम ध्रुव, गौतम कुंजाम, जीवनराम ठाकुर, दिनेश कुमार कल्लो मैदान में
- निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दुर्योधन दर्रो, देवप्रसाद जुर्री, नागेश कुमार माहला, प्रमेश कुमार टेकाम, बलराम तेता, महत्तम कुमार दुग्गा, रेवतीरमन गोटा, रोहित कुमार नेताम, लक्ष्मीकांत गावड़े और सेवालाल चिराम चुनावी फाइट में हैं.
जोगी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने का लिया फैसला: भानुप्रतापपुर उपचुनाव में जोगी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. इन दो पार्टियों ने यहां से उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. एक तरफ जहां जनता कांग्रेस ने मनोज मंडावी से पारिवारिक रिश्ते होने की बात कही वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के मुताबिक पार्टी सुप्रीमो नहीं चाहते कि अभी उपचुनाव में जोर लगाया जाए.
भानुप्रतापपुर बाइइलेक्शन का शेड्यूल
- नामांकन- 10 नवंबर से 17 नवंबर
- नामांकन की जांच- 18 नवंबर
- नाम वापसी का मौका-21 नवंबर
- मतदान-5 दिसंबर
- मतगणना- 8 दिसंबर
भानुप्रतापपुर विधानसभा चुनाव 2018 में उम्मीदवारों की आय की स्थिति