कांकेर : छत्तीसगढ़ सरकार बेहतर स्वास्थ्य, उपचार के साथ अस्पताल में सुविधाओं की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. अंतागढ़ ब्लॉक के ग्राम आमाबेड़ा का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन की बेरुखी की मार झेल रहा है.
अस्पताल डॉक्टर की कमी से जुझ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इलाज कराने लोग हॉस्पिटल पहुंचते हैं, तो डॉक्टर ही गायब रहते हैं. यहां पर नर्स की व्यवस्था नहीं है. प्राथमिक उपचार के लिए भी लोगों को दर-दर भटकना पड़ता है. अस्पताल में फार्मेसिस्ट भी नहीं हैं.
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दम तोड़ रही 108 और 102 योजना
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 डॉक्टर के साथ 5 नर्स की जरूरत है. वहीं अस्पताल 2 नर्स के भरोसे से चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग की लाइफ लाइन कही जाने वाली 108 और 102 योजना भी दम तोड़ रही है. गाड़ियों की हालत कबाड़ से कम नहीं है. ETV भारत से मौके पर मौजूद डॉक्टर ने भी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की बात कही.