कांकेर: कृषि विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने यूरिया की अवैध ब्रिकी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने पखांजूर क्षेत्र के गोंडाहुर से भारी मात्रा में अवैध तरीके से भंडारण किया गया यूरिया और खाद जब्त किया गया है.
कृषि विभाग को सूचना मिली थी कि गोंडाहुर के एक गोदाम से ज्यादा कीमत पर खाद की बिक्री की जा रही है. सूचना मिलने पर कृषि विभाग द्वारा राजस्व अमले के साथ हरिमोहन दास के गोदाम में दबिश दी गई. मौके पर गोदाम से 224 बैग यूरिया, 23 बैग अमोनियम सल्फेट, 23 बैग डीएपी, 36 बैग एमओपी और 19 बैग मैग्निशियम सल्फेट बरामद किए गए. जिसके बाद दुकान को सील कर दिया गया है. आरोपी हरिमोहन दास बिना लाइसेंस के ही खाद की बिक्री कर रहे थे.
दुकान सील, आगे की कार्रवाई जारी
तहसीलदार शेखर मिश्रा ने बताया कि सूचना के आधार पर गोदाम में दबिश दी गई थी. जहां मौके पर दुकान में भारी मात्रा में अवैध रूप से यूरिया और अन्य खाद की बिक्री करते पाया गया है. फिलहाल दुकान को सील कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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कोरोना महामारी के बीच एक तरफ किसान खेतों में उपयोग होने वाले खाद की किल्लत से परेशान हैं, तो वहीं दूसरी तरफ दुकानों में भी खाद की कालाबाजारी कर दुकानदार ज्यादा दाम पर बेच रहे हैं, जिसकी वजह से किसानों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
छत्तीसगढ़ में खाद की किल्लत
छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर लोग खेती-किसानी पर ही निर्भर हैं. ऐसे में बीज और खाद की कमी होने का असर सीधे तौर पर लोगों के जीवन पर पड़ सकता है. बता दें छत्तीसगढ़ में हाल के दिनों में यूरिया की कमी के कारण किसानों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया था. वहीं 1 सितंबर को मुंगेली में खाद और यूरिया की समस्या को लेकर परेशान किसानों और विधायक धरमजीत सिंह ने कलेक्टर के नाम पर लोरमी तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. सरगुजा जिले में भी यूरिया की किल्लत पिछले एक महीने से बनी हुई थी. रोज-रोज समितियों के चक्कर लगाकर थक चुके किसानों का आक्रोश इतना भड़क उठा कि उन्होंने यूरिया के लिए सड़क जाम कर दिया था.