कांकेर: तीन दिन पहले तीन नकाबपोश आरोपियों ने खेत में सो रहे ग्रामीण पर टंगिया मारकर हत्या कर दी थी. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या के तीनों आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है.
दरअसल 17 अप्रैल की रात को इरागांव में कुछ नकाबपोशों ने बीमान कुमार हिडको की हत्या कर दी थी. इस पर SDOP अमोलक सिंह ढिल्लो, थाना प्रभारी शशिकला उयके, कच्चे चौकी प्रभारी डेमन भुआर्य, SI तेज वर्मा, ASI कैलाश साहू, आरक्षक मनीष व रोशन ने पुलिस टीम के साथ जाकर जांच पड़ताल की. जांच से यह बात सामने आई कि मृतक बीमान हिडको की दो पत्नियां थीं. दूसरी पत्नी बिंदा बाई हिडको का भाई गोविंद मंडावी अपने जीजा बीमान से बेहद नाराज रहता था. क्योंकि उसकी बहन बिंदा ने उसे बताया था कि मृतक उसपर अपने छोटे भाई से अवैध संबंध का शक करता था.
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हत्या के तीनों आरोपी गिरफ्तार
यह जानकारी मिलने के बाद ही गोविंद अपनी बहन बिंदा को उसके पति से छुटकारा दिलाने की साजिश करने लगा. इसके लिए उसने अपने दो और सहयोगियों मानसिंह नुरेटी व नरेंद्र सिंह जैन निवासी टेढाईकोंदल विकासखंड भानुप्रतापपुर से सहायता मांगी. दोनों ने इसके लिए सहमति दी. जांच में आरोपियों ने बताया कि योजना के अनुसार 17 अप्रैल को सिंगारभाट के मानसिंह अपनी मोटर सायकल से ग्राम घोठा पहुंचा जहां उसने गोविंद को साथ लिया और भानुप्रतापपुर पहुंचे. जिसके बाद ग्राम टेढाईकोंदल जाकर तीसरे आरोपी नरेंद्र जैन को लेकर घटना स्थल ग्राम ईरागांव पहुंचे. इस बीच तीनों ने शराब का सेवन भी किया और बीमान को धमकी देकर अपने साथ ले आए. इसके बाद लगभग 500 मीटर दूर ले जाने के बाद आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार कर बीमान की हत्या कर दी.
साले ने रची थी साजिश
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि तीनों आरोपी इसके पहले भी कई आपराधिक मामलों में संलग्न रहे थे. मुख्य आरोपी मानसिंह पहले गोपनीय सैनिक के रूप में आमाबेडा क्षेत्र में काम करता था. जबकि उसे हत्या के मामले में बर्खास्त किया गया था. मानसिंह व उसके इन्हीं दो साथियों ने मिलकर फर्जी नक्सली बनकर ग्राम घोठा में हालर मिल संचालक से 50 हजार रुपये की वसूली भी की थी. पुलिस इस मामले पर भी संज्ञान ले रही है.