कांकेर: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते कहर के बीच नियमितीकरण की मांग को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर है. जिन पर मंगलवार को बड़ी कार्रवाई हुई है. जिला चिकित्सा अधिकारी जेएल उइके ने 10 संविदा स्वास्थ्यकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. स्वास्थ्य अधिकारी ने देर शाम 10 संविदा कर्मचारियों के सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया है.
संविदा स्वास्थ्यकर्मी नियमितिकरण की मांग को लेकर पिछले 4 दिनों से हड़ताल पर बैठे है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी साफ किया था कि मौजूदा समय में नियमितीकरण नहीं किया जा सकता और उन्होंने संविदा स्वास्थ्यकर्मियों से काम पर लौटने की अपील की थी. साथ ही नहीं लौटने पर नई भर्ती की चेतवानी भी दी थी. जिला चिकित्सा अधिकारी ने मंगलवार शाम आदेश जारी कर 10 कर्मचारियों को बर्खास्त कर अन्य कर्मचारियों को कड़ा संदेश दे दिया है. अब देखना यह होगा कि इस बर्खास्तगी के बाद सविंदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल पर क्या असर पड़ता है.
लेखा प्रबंधक से लेकर एएनएम तक हुए बर्खास्त
जिन 10 कर्मचारियों पर बर्खास्तगी को गाज गिरी है, उसमे लेखा प्रबन्धक, एमटीएस,आरएमए, एएनएम शामिल है. कोरोना के प्रकोप के बीच सविंदा कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है. जिसको लेकर शासन और प्रशासन सख्त रूख अपनाए हुए हैं. हड़ताल खत्म नहीं करने की सूरत में सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बर्खास्त करने की चेतवानी भी दी जा चुकी है.