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कवर्धा की महिलाओं ने किया कमाल, मेहनत कर बंजर जमीन पर उगाई सब्जियां

कवर्धा के ग्राम पंचायत राजानवागांव में बंजर जमीन को उपयोगी बनाकर महिलाओं ने खेती-बाड़ी शुरू की है. छत्तीसगढ़ शासन की सुराजी गांव योजना की बाड़ी विकास से महिलाओं को नई दिशा मिली है. अब महिलाएं सब्जियां उगाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
महिलाओं ने बंजर जमीन को बनाया उपजाऊ
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Published : Apr 30, 2020, 1:35 PM IST

कवर्धा: जिले के ग्राम पंचायत राजानवागांव में बंजर जमीन को उपयोगी बनाकर महिलाओं ने खेती-बाड़ी शुरू की है. सब्जियों के उत्पादन से महिलाओं में हौसला बढ़ा है. छत्तीसगढ़ सरकार की 'सुराजी गांव योजना' नरवा, गरवा, घुरुवा और बाड़ी विकास योजना से मिली सहायता से अब महिलाओं की आमदनी भी शुरू हो गई है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
सब्जियों का उत्पादन शुरू

कवर्धा जिले की ग्राम पंचायत राजानवागांव 'सुराजी गांव' की परिकल्पना को साकार करता हुआ आगे बढ़ रहा है. कोरोना वायरस की रोकथाम और उसके नियंत्रण के लिए जारी लाॅकडाउन की इस विकट परिस्थति में महिला स्वसहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के लिए छत्तीसगढ़ शासन की सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी विकास योजना ने जीवन को नई राह दिखाई है. महिला समूह की इस बाड़ी से अब हरी सब्जियों का उत्पादन शुरू हो गया है. महिला समूह जैविक खेती कर रही है. इस खेती से उन्हें पहले रोजगार मिला, अब आमदनी भी हरी सब्जियों के उत्पादन से होने लगा है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
बंजर जमीन को महिलाओं ने बनाया उपजाऊ
women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
सब्जियां उगाने से महिलाएं खुश

पांच महिला स्वसहायता समूह कर रहीं काम

जिले के आसपास के पांच अलग-अलग समूह को जोड़ा गया है. इन सभी समूहों को जैविक खेती करने के लिए प्रशिक्षण देकर शासकीय अनुपयोगी खाली जमीन दी गई. पांच अलग-अलग महिला स्वसहायता समूह की सदस्यों ने जिला प्रशासन की मदद से दिनरात की कड़ी मेहनत से 5 एकड़ खाली बंजर जमीन को खेती के लिए तैयार किया. इस भूमि पर अब सभी महिलाओं ने पांच अलग-अलग तरह की सब्जियां लगाई हैं, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार मिला है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
पांच महिला स्व सहायता समूह कर रही काम

सब्जियों के उत्पादन से महिलाओं का बढ़ा आत्मविश्वास

महिला समूहों ने इस अनुपयोगी जमीन को खेती के लिए तैयार कर भिंडी, करेला, बरबट्टी, ककड़ी, खीरा और लौकी उगाई है. जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के. ने बताया कि महिला समूह की बाड़ी से सब्जियों का उत्पादन शुरू होने से महिलाओ में आत्मविश्वास बढ़ा है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
सब्जियों के उत्पादन से बढ़ा आत्मविश्वास

कवर्धा: जिले के ग्राम पंचायत राजानवागांव में बंजर जमीन को उपयोगी बनाकर महिलाओं ने खेती-बाड़ी शुरू की है. सब्जियों के उत्पादन से महिलाओं में हौसला बढ़ा है. छत्तीसगढ़ सरकार की 'सुराजी गांव योजना' नरवा, गरवा, घुरुवा और बाड़ी विकास योजना से मिली सहायता से अब महिलाओं की आमदनी भी शुरू हो गई है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
सब्जियों का उत्पादन शुरू

कवर्धा जिले की ग्राम पंचायत राजानवागांव 'सुराजी गांव' की परिकल्पना को साकार करता हुआ आगे बढ़ रहा है. कोरोना वायरस की रोकथाम और उसके नियंत्रण के लिए जारी लाॅकडाउन की इस विकट परिस्थति में महिला स्वसहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के लिए छत्तीसगढ़ शासन की सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी विकास योजना ने जीवन को नई राह दिखाई है. महिला समूह की इस बाड़ी से अब हरी सब्जियों का उत्पादन शुरू हो गया है. महिला समूह जैविक खेती कर रही है. इस खेती से उन्हें पहले रोजगार मिला, अब आमदनी भी हरी सब्जियों के उत्पादन से होने लगा है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
बंजर जमीन को महिलाओं ने बनाया उपजाऊ
women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
सब्जियां उगाने से महिलाएं खुश

पांच महिला स्वसहायता समूह कर रहीं काम

जिले के आसपास के पांच अलग-अलग समूह को जोड़ा गया है. इन सभी समूहों को जैविक खेती करने के लिए प्रशिक्षण देकर शासकीय अनुपयोगी खाली जमीन दी गई. पांच अलग-अलग महिला स्वसहायता समूह की सदस्यों ने जिला प्रशासन की मदद से दिनरात की कड़ी मेहनत से 5 एकड़ खाली बंजर जमीन को खेती के लिए तैयार किया. इस भूमि पर अब सभी महिलाओं ने पांच अलग-अलग तरह की सब्जियां लगाई हैं, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार मिला है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
पांच महिला स्व सहायता समूह कर रही काम

सब्जियों के उत्पादन से महिलाओं का बढ़ा आत्मविश्वास

महिला समूहों ने इस अनुपयोगी जमीन को खेती के लिए तैयार कर भिंडी, करेला, बरबट्टी, ककड़ी, खीरा और लौकी उगाई है. जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के. ने बताया कि महिला समूह की बाड़ी से सब्जियों का उत्पादन शुरू होने से महिलाओ में आत्मविश्वास बढ़ा है.

women of Kawardha are working hard and growing vegetables in barren land
सब्जियों के उत्पादन से बढ़ा आत्मविश्वास
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