कवर्धा: जब कानून के रखवाले खुद ही गैरकानूनी काम करने लगें, तो भला आम लोगों को कैसे खाकी वर्दी पर भरोसा होगा. मामला बोड़ला थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस के दो आरक्षक गांजे की तस्करी करते हुए पकड़े गए हैं.
तस्करी के आरोपी आरक्षक और डायल 112 के ड्राइवर को पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. मामले में आरोपी एक अन्य आरक्षक फरार चल रहा है. मामला बोड़ला थाना क्षेत्र का है, जहां मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबन्दी कर एक स्कार्पियो को चेक किया तो, उसमें से एक क्विंटल गांजा बरामद हुआ.
पुलिसवाले निकले तस्कर
पुलिस ने स्कॉर्पियो में सवार लोगों से पूछताछ के दौरान जो खुलासा हुआ, उससे थाने में तैनात पुलिसकर्मियों के होश तब उड़ गए. दरअसल गांजा तस्कर कोई और नहीं बल्कि पुलिस विभाग के ही कर्मचारी थे.
घर से बरामद हुआ आठ किलो गांजा
मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस की टीम ने आरोपी आरक्षक के मकान का तलाशी ली, इस दौरान वहां से आठ किलो गांजे का पैकेट बरामद हुआ.
कुल 106 किलो गांजा हुआ बरामद
कुल मिलाकर पुलिस ने आरोपी आरक्षक के पास से 106 किलो गांजे के साथ ही तस्करी में इस्तेमाल वाहन जब्त किया गया. आरोपी आरक्षक का नाम दिलीप चन्द्रवंशी और डायल 112 के ड्राइवर का नाम ललित राजपूत बताया जा रहा है.
तस्करी का एक आरोपी फरार
मामले से जुड़ा जो आरोपी आरक्षक फरार चल रहा है, उनका नाम नरेंद्र चन्द्रवंशी बताया जा रहा है. दोनों आरोपी आरक्षक और ड्राइवर चिल्फी थाना में पदस्थ हैं.
आरोपियों को एसपी ने किया निलंबित
फिलहाल एसपी ने दोनों आरोपी आरक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया है और अलग से विभागीय कारवाई करने की तैयारी की जा रही है.