कवर्धा: प्रदेश मे बेरोजगारी चरम पर है, ऐसे में बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के नाम पर कई तरह के ठग गिरोह सक्रिय है, जो भोले-भाले युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दे रहे है. ऐसा ही एक मामला कवर्धा जिले मे सामने आया है जिसमें पुलिस विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी देने के नाम पर 16 लोगों से 4 लाख रुपये की ठगी की गई है. कवर्धा पुलिस ने ठगी में शामिल 4 आरोपियों को दुर्ग से गिरफ्तार किया हैं. आरोपियों के पास से 93 हजार रुपये नकद, लेपटॉप, कम्प्यूटर व फर्नीचर जब्त किया हैं.
पुलिस विभाग में ज्वाइनिंग लेटर लेकर पहुंचा पीड़ित
दरअसल पूरे मामले का खुलासा उस समय हुआ जब पीड़ित युवक कवर्धा पुलिस विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की ज्वाइनिंग लेटर लेकर नौकरी ज्वाइन करने पहुंचा. पुलिस विभाग के अफसर ज्वाइनिंग लेटर देखकर चौंक गए, क्योंकि विभाग की तरफ से ऐसी किसी भी तरह की वेकेंसी निकाली ही नहीं गई. जिसके बाद पूरी घटना की जानकारी एसपी को दी गई.पीड़ित युवक से 25 हजार रुपए लिए
पीड़ित युवक पिंटू कौशिक ने बताया की उसे दो माह पूर्व पोखराज देवांगन मिला और उसने आरजेएन इन्फोटेक प्राईवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के बारे में बताया. जो सीसीटीएनएस कार्य के लिए कवर्धा जिले के सभी थाना व न्यायालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति किए जाने के लिए अनुबंध मिला हुआ है. पोखराज ने उसे दुर्ग ले जाकर संदीप मेश्राम से मिलाया और उसे नौकरी दिलाने की बात कहकर सटिर्फिकेट व अन्य दस्तावेज के साथ कुछ दिन बाद आने की सलाह दी, साथ ही अपने साथ और युवाओं को लाने की भी सलाह दी. जिसके बाद युवक दुर्ग के बोरसी रोड स्थित न्यू कोलकाता स्वीट्स के बाजू में स्तिथ ऑफिस पहुंचा जहां कुछ युवक पहले से ही मौजूद थे. आरोपियों ने दिनभर उन युवाओं को प्रशिक्षण दिया और कम्प्यूटर के लिए 25-25 हजार रुपए की मांग की. सभी 16 युवक 25-25 हजार लेकर चार दिन बाद दोबारा ऑफिस पहुंचे. जहां आरोपियों ने उनसे पैसा लेकर ज्वाइनिंग लेटर देकर भेज दिया और 15 अगस्त तक संबंधित थाना में ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा.
चारों आरोपी गिरफ्तार
युवक जब ज्वाइनिंग लेटर लेकर थाना पहुंचे, तब पुलिस को मामले की जानकारी हुई, तत्काल पुलिस अधीक्षक के एल ध्रुव ने सभी पीड़ित युवाओं की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज कर एएसपी अनिल सोनी की टीम बनाई और आरोपियों को धर दबोचा. चार आरोपी पोखराज देवांगन, संदीप मेश्राम,संजय राजपूत और तरुण राजपूत को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ 420,197,34 की धारा के तहत जेल भेज दिया. पुलिस अधिक्षक केएल ध्रुव ने बताया की चारों आरोपियों से अभी भी पूछताछ जारी है.