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बारिश ने खोली प्रशासन की पोल, उपार्जन केंद्रों में रखा धान भीगा

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Published : Jan 9, 2020, 1:22 PM IST

Updated : Jan 9, 2020, 5:42 PM IST

कवर्धा में हुई बेमौसम बारिश से धान उपार्जन केंद्रों की हजारों क्विंटल धान बारिश में भीग गया है. जबकि धान भीगने के कारण शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है. वहीं जिले में धान की उठाव और बारदाना सप्लाई नहीं होने के कारण धान खरीदी कुछ दिनों से ठप पड़ा है.

Paddy kept in procurement centers due to rain
उपार्जन केंद्रों में रखे धान भीगे

कवर्धा: जिले में हुई बेमौसम बारिश ने धान उपार्जन केंद्रों की पोल खोलकर रख दी है. दरअसल उपार्जन केंद्रों की हजारों क्विंटल धान पानी में भीग गया है, जिससे शासन को करोड़ों का नुकसान हो गया है. वहीं जिले में धान की उठाव और बारदाना सप्लाई नहीं होने के कारण धान खरीदी कुछ दिनों से ठप पड़ी है.

उपार्जन केंद्रों में रखा धान भीगा

हजारों क्विंटल धान भीगे
दरअसल बारिश से जिले के ज्यादातर धान उपार्जन केंद्र में रखा हजारों क्विंटल धान के बोरा बारिश में भीग गया है. धान उपार्जन केंद्र के प्रभारियों को मिले निर्देश के बावजूद कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई. यही कारण है कि शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है. वहीं कवर्धा जिले के ज्यादातर केंद्रों में धान रखने के लिए जगह नहीं होने के कारण व्यवस्था नहीं होने की बात सामने आ रही है. अगर धान का उठाव सही समय पर हो गया होता, तो हजारों क्विंटन धान को बारिश से बचाया जा सकता था.

धान खरीदी हो रहा प्रभावित
जानकारी के मुताबिक धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त बारदाना भी नहीं पहुंच पाया है. जिसके कारण खरीदी खासा प्रभावित हुई है. बता दें कि कवर्धा जिले में कुछ दिनों से धान खरीदी बंद है. वहीं बारिश के कारण भी धान खरीदी बंद ही रहेगी. जिसके कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही है.

पढ़े: छत्तीसगढ़ में अब तक 36.43 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी

वहीं किसान किराए के परिवहन से अपने धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंचे हुए हैं, लेकिन खरीदी बंद होने के कारण अब तक तोलाई नहीं हो पाई है. वहीं जिला खाद अधिकारी पूरे मामले से बचते हुए कुछ और ही सफाई दे रहें हैं,उनका कहना है कि 'उपार्जन केंद्रों में बारदाना पहुंचाया जा रहा है और उठाव की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है'.

कवर्धा: जिले में हुई बेमौसम बारिश ने धान उपार्जन केंद्रों की पोल खोलकर रख दी है. दरअसल उपार्जन केंद्रों की हजारों क्विंटल धान पानी में भीग गया है, जिससे शासन को करोड़ों का नुकसान हो गया है. वहीं जिले में धान की उठाव और बारदाना सप्लाई नहीं होने के कारण धान खरीदी कुछ दिनों से ठप पड़ी है.

उपार्जन केंद्रों में रखा धान भीगा

हजारों क्विंटल धान भीगे
दरअसल बारिश से जिले के ज्यादातर धान उपार्जन केंद्र में रखा हजारों क्विंटल धान के बोरा बारिश में भीग गया है. धान उपार्जन केंद्र के प्रभारियों को मिले निर्देश के बावजूद कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई. यही कारण है कि शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है. वहीं कवर्धा जिले के ज्यादातर केंद्रों में धान रखने के लिए जगह नहीं होने के कारण व्यवस्था नहीं होने की बात सामने आ रही है. अगर धान का उठाव सही समय पर हो गया होता, तो हजारों क्विंटन धान को बारिश से बचाया जा सकता था.

धान खरीदी हो रहा प्रभावित
जानकारी के मुताबिक धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त बारदाना भी नहीं पहुंच पाया है. जिसके कारण खरीदी खासा प्रभावित हुई है. बता दें कि कवर्धा जिले में कुछ दिनों से धान खरीदी बंद है. वहीं बारिश के कारण भी धान खरीदी बंद ही रहेगी. जिसके कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही है.

पढ़े: छत्तीसगढ़ में अब तक 36.43 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी

वहीं किसान किराए के परिवहन से अपने धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंचे हुए हैं, लेकिन खरीदी बंद होने के कारण अब तक तोलाई नहीं हो पाई है. वहीं जिला खाद अधिकारी पूरे मामले से बचते हुए कुछ और ही सफाई दे रहें हैं,उनका कहना है कि 'उपार्जन केंद्रों में बारदाना पहुंचाया जा रहा है और उठाव की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है'.

Intro:कवर्धा जिले में हुई बेमौसम बारिश ने धान उपार्जन केंद्रों की पोल खोलकर रख दिया है। दरअसल उपार्जन केंद्रों की हजारों क्विंटल धान पानी मे भीग गया है,जिससे शासन को करोड़ों के नुकसान हो गई है,वहीं धान की उठाव और बारदाना सप्लाई नही होने के कारण धान खरीदी कुछ दिनों से जिले में ठप्प पड़ी हुई है।Body:दरअसल बारिश से जिले के अधिकांश धान उपार्जन केंद्र में रखे हजारों क्विंटल धान की बोरे बारिश में भीगकर गीला हो गया है। धान उपार्जन केंद्र के प्रभारियों को निर्देश के बावजूद कोई समुचित व्य्यवस्था नही कर सके,यही कारण है कि शासन को करोड़ों की नुकसान हुआ है। वहीं कवर्धा जिले के अधिकांश केंद्र में धान रखने के लिए जगह नही होने के कारण व्य्यवस्था नही होने की बात सामने आ रही है,अगर समय पर धान का उठाव सही समय पर हो जाया रहता तो हजारों क्विंटन धान को बारिश की पानी से बचाया जा सकता था।
वहीं धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त बारदाना भी नही पहुंच पाई जिसके कारण खरीदी काफी प्रभावित हुआ है,आपको बता दें कि कवर्धा जिले में कुछ दिनों से धान खरीदी बंद है । वही बारिश होने पर भी बंद ही रहेगी,इससे धान खरीदी काफी प्रभावित हो रहा है। वही किसान किराए के परिवहन से अपने धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंचे हुए हैं,लेकिन खरीदी बंद होने के कारण अब तक तोलाई नही हो पाई है। वही जिला खाद अधिकारी पूरे मामले से बचते हुए कुछ और ही सफाई दे रहें हैं,उनका कहना है कि उपार्जन केंद्रों में बारदाना पहुंचाया जा रहा है,और उठाव की प्रकिया भी शुरू कर दिया गया है।Conclusion:बाईट-01-अरुण मेश्राम,फ़ूड ऑफिसर कवर्धा
Last Updated : Jan 9, 2020, 5:42 PM IST
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