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बुजुर्गों को नहीं मिल रहा है पेंशन, सरपंच से लगाई गुहार तो मिला ये जवाब

सरपंच सचिव की दबंगई के चलते असहाय बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल रहा है और निराश्रित पेंशन की सूची से भी बिना कारणवश उनका नाम काट दिया गया है.

बुजुर्गों को नहीं मिल रहा है पेंशन
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Published : Oct 3, 2019, 1:10 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 2:44 PM IST

कवर्धा : एक ओर जहां सरकार गरीब असहाय लोगों के लिए लाखों रुपए खर्च कर कई शासकीय योजनाएं संचालित कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर जिले में सरपंच सचिव की दबंगई के चलते असहाय बुजुर्गों को मिलने वाली निराश्रित पेंशन की सूची से बिना कारणवश नाम काट दिया गया है. ऐसे में पीड़ित बुजुर्गों के सामने रोजी रोटी की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.

बुजुर्गों को नहीं मिल रहा है पेंशन

जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कापा गांव के बुजुर्गों को शासन द्वारा मिलने वाली निराश्रित पेंशन की राशि पिछले कई महीनों से नहीं मिल रही है. पेंशन की राशि के लिए इन हितग्राहियों द्वारा गांव के सरपंच और सचिव के पास कई बार गुहार लगाया जा चुका है, लेकिन सरपंच इन बुजुर्गों की समस्याओं को दूर करने के बजाय अपने घर के द्वार पर दोबारा नहीं आने की धमकी दे रहा है और सरपंच पेंशन सूची से नाम काटे जाने का कारण भी बुजुर्गों को नहीं बता रहा है.

वहीं इस मामले में सरपंच मीडिया के सामने कुछ भी नहीं कह रहे हैं. मीडिया के दखल के बाद समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं.

कवर्धा : एक ओर जहां सरकार गरीब असहाय लोगों के लिए लाखों रुपए खर्च कर कई शासकीय योजनाएं संचालित कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर जिले में सरपंच सचिव की दबंगई के चलते असहाय बुजुर्गों को मिलने वाली निराश्रित पेंशन की सूची से बिना कारणवश नाम काट दिया गया है. ऐसे में पीड़ित बुजुर्गों के सामने रोजी रोटी की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.

बुजुर्गों को नहीं मिल रहा है पेंशन

जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कापा गांव के बुजुर्गों को शासन द्वारा मिलने वाली निराश्रित पेंशन की राशि पिछले कई महीनों से नहीं मिल रही है. पेंशन की राशि के लिए इन हितग्राहियों द्वारा गांव के सरपंच और सचिव के पास कई बार गुहार लगाया जा चुका है, लेकिन सरपंच इन बुजुर्गों की समस्याओं को दूर करने के बजाय अपने घर के द्वार पर दोबारा नहीं आने की धमकी दे रहा है और सरपंच पेंशन सूची से नाम काटे जाने का कारण भी बुजुर्गों को नहीं बता रहा है.

वहीं इस मामले में सरपंच मीडिया के सामने कुछ भी नहीं कह रहे हैं. मीडिया के दखल के बाद समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं.

Intro:एक तरफ जहां सरकार गरीब असहाय लोगों के लिए लाखों रुपए खर्च कर कई शासकीय योजनाएं संचालित कर रही है ।तो वहीं दूसरी ओर कवर्धा जिले में सरपंच सचिव की दबंगई के चलते असहाय बुजुर्गों को मिलने वाली निराश्रित पेंशन की सूची से बिना कारणवश नाम काट दिया गया है। ऐसे में पीड़ित बुजुर्गों के सामने रोजी रोटी की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।



Body:एंकर-कहते हैं कि 60- 70 वर्ष की उम्र में जिन बुजुर्गों का कोई नहीं होता, उनका सहारा लाठी होता है, यह कहावत कवर्धा जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कापा गांव के उन बुजुर्गों पर सटीक बैठती है ,जिन्हें शासन द्वारा मिलने वाली निराश्रित पेंशन की राशि पिछले कई महीनों से नहीं मिल रही है। पेंशन की राशि के लिए इन हितग्राहियों द्वारा गांव के सरपंच और सचिव के पास कई बार गुहार लगाया जा चुका है, लेकिन सरपंच इन बुजुर्गों की समस्याओं को दूर करने के बजाय अपने घर के द्वार पर दोबारा नहीं आने की धमकी दे रहे हैं ।और पेंशन सूची से नाम काटे जाने का कारण भी इन लोगों को नहीं बता रहे हैं।

ऐसा भी नहीं है कि इन बुजुर्गों को पहले कभी पेंशन ना मिला हो पूर्व में इन 7 हितग्राहियों को पेंशन प्रतिमा आवंटित होता था लेकिन अचानक इन 7 बुजुर्गों का नाम बिना कारण के पेंशन की सूची से काटा जाना सरपंच और सचिव पर कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।


Conclusion:वही इस मामले में सरपंच मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं और मीडिया के दखल के बाद समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक ने जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दे रहे हैं। अब देखना होगा कि इन असहाय बुजुर्गों को शासन द्वारा दिए जाने वाली निराश्रित पेंशन मिल पाती है या नहीं ,क्योंकि जिन बुजुर्गों का नाम काटा गया है उन सभी हितग्राहियों को इस राशि की अति आवश्यकता है।

बाईट01- हितग्राही
बाईट0 2-हितग्राही
बाईट03- हरीश सक्सेना डिप्टी डायरेक्टर समाज कल्याण विभाग कवर्धा
Last Updated : Oct 3, 2019, 2:44 PM IST
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