कवर्धा : एक ओर जहां सरकार गरीब असहाय लोगों के लिए लाखों रुपए खर्च कर कई शासकीय योजनाएं संचालित कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर जिले में सरपंच सचिव की दबंगई के चलते असहाय बुजुर्गों को मिलने वाली निराश्रित पेंशन की सूची से बिना कारणवश नाम काट दिया गया है. ऐसे में पीड़ित बुजुर्गों के सामने रोजी रोटी की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है.
जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कापा गांव के बुजुर्गों को शासन द्वारा मिलने वाली निराश्रित पेंशन की राशि पिछले कई महीनों से नहीं मिल रही है. पेंशन की राशि के लिए इन हितग्राहियों द्वारा गांव के सरपंच और सचिव के पास कई बार गुहार लगाया जा चुका है, लेकिन सरपंच इन बुजुर्गों की समस्याओं को दूर करने के बजाय अपने घर के द्वार पर दोबारा नहीं आने की धमकी दे रहा है और सरपंच पेंशन सूची से नाम काटे जाने का कारण भी बुजुर्गों को नहीं बता रहा है.
वहीं इस मामले में सरपंच मीडिया के सामने कुछ भी नहीं कह रहे हैं. मीडिया के दखल के बाद समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं.