कवर्धा: देश में बढ़ती महंगाई के विरोध में कांग्रेस ने प्रदेश में प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार के विरोध में बिलासपुर जिले में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घरों के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने मोदी सरकार से महंगाई पर रोक लगाने की मांग की. कोरोना संक्रमण के कारण कवर्धा में भी कांग्रेसियों ने घरों के सामने धरना दिया. पंडरिया ब्लॉक में पंडरिया विधायक और कांगेस के पदाधिकारियों के साथ-साथ कार्यकर्ताओ ने अपने घरों के सामने मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
पेट्रोल में 58% और डीजल की कीमतों में 52% कर वसूल रही केंद्र सरकार
महंगाई के विरोध में पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर (Pandariya MLA Mamta Chandrakar) ने भी अपने घर के सामने बैठकर धरना दिया. चन्द्राकर ने कहा कि महंगाई ने आम नागरिक की कमर तोड़ दी है. केन्द्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों व कोरोना संक्रमण से व्यवसायिक मंदी निर्मित हुई है. फिर भी लगातार खाद्य पदार्थों व डीजल-पेट्रोल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. बढ़ती हुई महंगाई पर नियंत्रण को लेकर मोदी सरकार कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही है. पंडरिया विधायक ने अपने निवास स्थान के बाहर धरने पर बैठे. उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ रही महंगाई भारत के करोड़ों गरीब लोगों के लिए चिंता का कारण है. देश के 135 जिलों में पेट्रोल का दाम 100 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गया है. मोदी सरकार की गलत नीति के कारण ही पेट्रोल में 58% और डीजल की कीमतों में 52% कर केंद्र वसूल रही है, जिसमें कटौती की संभावना नहीं दिखती है.
कोरोना महामारी की आड़ में अपनी कमियां छिपा रही मोदी सरकार
युवा कांग्रेस जिला महासचिव मनीष शर्मा (Youth Congress District General Secretary Manish Sharma) ने बताया कि आज हर जनोपयोगी वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है. वहीं सरकार इधर-उधर के बहाने बना कर अपनी छवि सुधारने में लगी है. देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था से तो हमारा देश, अन्य देशों से पिछड़ गया है. उन्होंने कहा कि साल भर से करोना महामारी की आड़ में अपनी कमियां छिपाते रहे. अपनी मूर्खता पूर्ण नीतियों के कारण देश अंतर्राष्ट्रीय और रिजर्व बैंक के कर्जे तले दब गया. अब मोदी सरकार ने देश के लिए महंगाई को भी 'राष्ट्रीय आपदा' बना दिया है. मनीष शर्मा ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार जैसे देश में करोना महामारी से लड़ने मे बुरी तरह विफल रही उसी तरह महंगाई नामक राष्ट्रीय आपदा से भी निपटने में भी पूरी तरह से असफल हो गई है.