ETV Bharat / state

कवर्धा : जिले में जोरों पर अवैध उत्खनन, जंगल मैदान में तो खाई में तब्दील हुई जमीन - वन विभाग

जिले में अवैध खनन का कारोबार जोर शोर से चल रहा है. कारोबार छोटे से बड़े पैमाने पर होने लगे. हालात यह है कि पहाड़ खोखले होते जा रहे है और जमीन गहरी.

जिले में अवैध खनन जारी
author img

By

Published : Aug 18, 2019, 9:40 AM IST

कवर्धा : जिले में भू-माफिया लाइसेंस की आड़ में लोहारा ब्लॉक से लेकर पंडरिया बोडला व कवर्धा जंगलों तक धड़ल्ले से खनन कर रहे हैं. जिस स्थान के लिए लाइसेंस मिला है उससे अधिक और अन्य क्षेत्रों में भी खनन किया जा रहा है.

जिले में जमकर हो रहा अवैध उत्खनन
वनांचल क्षेत्रों में स्थिति इतनी खराब है कि पहाड़ खोखले होते जा रहे है और जमीन खाई में बदल चुकी है. अवैध रूप से खनन किए गए मुरुम और पत्थरों को ठेकेदार शासकीय कार्यों, सड़क, पुल, पुलिया, और बिल्डिंग बनाने में उपयोग कर रहे हैं.

वन विभाग की जमीन पर अवैध खनन का खेल जारी
पंडरिया क्षेत्र के वनांचल ग्राम कुई, बदना, अमनिया, रहमानकापा और मुनमुना में वन विभाग की जमीन में अवैध खनन का कारोबार फल-फूल रहा है. इसी तरह बोडला के चिल्फी, बोक्करखार, महलीघाट, कामाडबरी के जंगल में जमकर अवैध उत्खनन किया गया है. इसी क्षेत्र में कुछ साल पहले तक हरे-भरे पेड़-पौधे दिखाई देते थे, लेकिन पत्थर और मुरुम के लगातार दोहन होने से अब यहां सिर्फ सपाट मैदान दिखाई देता है.

पढ़ें: कवर्धा : बाजार चारभाटा चौकी की शुरुआत, पुलिस और लोगों के बीच कम होगी दूरी

खनिज विभाग पर कार्रवाई न करने का आरोप
हालांकि खनिज विभाग अवैध खनन माफियों पर कार्रवाई तो करता है, लेकिन महीने में एक-दो प्रकरण ही सामने आते हैं. विभाग पर सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई करने का आरोप लगता आया है.

एमपी के ठेकेदार भी करते हैं छत्तीसगढ़ में खनन
पंडरिया व बोडला ब्लॉक के कई गांव मध्यप्रदेश की सीमा से लगे हुए हैं. पहुंचविहीन घने जंगल होने के कारण लोगों की आवाजाही इस मार्ग पर कम ही रहती है, जिसका फायदा मध्यप्रदेश के ठेकेदार उठा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार वनांचल से पहाड़ों को काटकर पत्थर व गिट्टी निकालकर एमपी ले जाई जा रही है.

कवर्धा : जिले में भू-माफिया लाइसेंस की आड़ में लोहारा ब्लॉक से लेकर पंडरिया बोडला व कवर्धा जंगलों तक धड़ल्ले से खनन कर रहे हैं. जिस स्थान के लिए लाइसेंस मिला है उससे अधिक और अन्य क्षेत्रों में भी खनन किया जा रहा है.

जिले में जमकर हो रहा अवैध उत्खनन
वनांचल क्षेत्रों में स्थिति इतनी खराब है कि पहाड़ खोखले होते जा रहे है और जमीन खाई में बदल चुकी है. अवैध रूप से खनन किए गए मुरुम और पत्थरों को ठेकेदार शासकीय कार्यों, सड़क, पुल, पुलिया, और बिल्डिंग बनाने में उपयोग कर रहे हैं.

वन विभाग की जमीन पर अवैध खनन का खेल जारी
पंडरिया क्षेत्र के वनांचल ग्राम कुई, बदना, अमनिया, रहमानकापा और मुनमुना में वन विभाग की जमीन में अवैध खनन का कारोबार फल-फूल रहा है. इसी तरह बोडला के चिल्फी, बोक्करखार, महलीघाट, कामाडबरी के जंगल में जमकर अवैध उत्खनन किया गया है. इसी क्षेत्र में कुछ साल पहले तक हरे-भरे पेड़-पौधे दिखाई देते थे, लेकिन पत्थर और मुरुम के लगातार दोहन होने से अब यहां सिर्फ सपाट मैदान दिखाई देता है.

पढ़ें: कवर्धा : बाजार चारभाटा चौकी की शुरुआत, पुलिस और लोगों के बीच कम होगी दूरी

खनिज विभाग पर कार्रवाई न करने का आरोप
हालांकि खनिज विभाग अवैध खनन माफियों पर कार्रवाई तो करता है, लेकिन महीने में एक-दो प्रकरण ही सामने आते हैं. विभाग पर सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई करने का आरोप लगता आया है.

एमपी के ठेकेदार भी करते हैं छत्तीसगढ़ में खनन
पंडरिया व बोडला ब्लॉक के कई गांव मध्यप्रदेश की सीमा से लगे हुए हैं. पहुंचविहीन घने जंगल होने के कारण लोगों की आवाजाही इस मार्ग पर कम ही रहती है, जिसका फायदा मध्यप्रदेश के ठेकेदार उठा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार वनांचल से पहाड़ों को काटकर पत्थर व गिट्टी निकालकर एमपी ले जाई जा रही है.

Intro:कवर्धा-जिले मे अवैध उत्खनन और परिवहन का कारोबार काफी बढ चुका है।कारोबार अब छोटे से बडे पैमाने पर होने लगे है। हालात यह है कि पहाड़ खोखले होते जा रहे है तो जमीन गहरी।


Body:एंकर- दरअसल जिले की राजस्व भूमि से लेकर जंगल और पहाड़ तक अवैध खनन और परिवहन हो रहा है। भू माफिया लाइसेंस की आड़ मे ही लोहारा ब्लॉक से लेकर पंडरिया बोडला व कवर्धा जंगलों तक भी धडल्ले से खनन कर रहे ।जिस स्थान पर के लिए लाइसेंस मिला है उससे अधिक और अन्य क्षेत्रों मे भी खनन कर रहें है। वनांचल क्षेत्रों मे हालत इतनी बुरे है, कि पहाड़ खोखले होते जा रहे है और जमीन खाई का रुप मे बदल चुकी है अवैध रुप से खनन किए मुरुम और पथ्थर अओ ठेकेदार शासकीय कार्यों सड़क, पुल,पुलिया , और बिल्डिंग बनाने मे ही उपयोग करते है।

जंगल मैदान मे तब्दील और जमीन खाई मे

अवैध खनान का खेल पुरे जिले मे चल रहा है। जैसे पंडरिया क्षेत्र के वनांचल ग्राम कुई,बदना,अमनिया,रहमानकापा,और मुनमुना मे वन विभाग की जमीन मे अवैध खनान का खेल होता जा रहा है। इसी तरहा बोडला के चिल्फी, बोक्करखार,महलीघाट,कामाडबरी,के जंगल को उजाड जा चुका है। इसी क्षेत्र मे कुछ वर्ष तक हरे-भरे पेड-पौधे दिखाई देते थे लेकिन पथ्थर और मुरुम के लगातार दोहन होने से अब यहां केवल सपाट मैदान दिखाई देता है। इसी तरहा कवर्धा के डबराभाट रबेली व अन्य गाँव मे जमीन मे अवैध खनन से कभी मैदान दिखाई देने वाली जमीन अब खाई का रूप लेने लगी है।


Conclusion:हालांकि खनिज विभाग अवैध खनान माफियों पर कारवाई तो करती है लेकिन महिने दो महिने मे एक दो ही प्रकरण समने आते है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग सिर्फ देखवे की कारवाई करती है, अगर इसी तरहा विभाग सुस्त रही तो दिन दुर नही जिले के राजस्व भूमि के जादातर जमीनी हिस्से खाई मे तबदील हो जाऐगी।

एमपी के ठेकेदार भी करते है छत्तीसगढ़ मे खनान
पंडरिया व बोडला ब्लॉक के कई गाँव मध्यप्रदेश सीमा से लगे हुए है। घने वन व पहुचविहीन होने के कारण लोगों की आवाजाही इस मार्ग पर कम ही रहती है। इसका फायदा मध्यप्रदेश के ठेकेदार उठा रहे है।सूत्रों के अनुसार वनांचल से पहाड़ों को काटकर पथ्थर व गिट्टी निकाली जा रही है। यहां अवैध काम वर्षों से चल रहां है। मुरुम व गिट्टी को अवैध रुप से खनान कर ट्रेक्टर व ट्रकों से मध्यप्रदेश ले जाते है।

बाईट-सूरज ,खनन करता जेसीबी ड्राइवर

टीप- छुट्टी होने के कारण प्रशासनिक बाईट नही मिलपाई है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.